नयी दिल्ली: भाजपा की दिल्ली प्रदेश इकाई ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर मंगलवार को निशाना साधते हुए कहा कि वह प्रदर्शनकारी महापौरों के साथ बैठक करने से बचने के लिए नजरबंदी का नाटक कर रहे हैं। भाजपा ने कहा कि उसके शासन वाले नगर निगमों के महापौर और सदस्य मुख्यमंत्री आवास के बाहर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं तथा उनके साथ बैठक से बचने के लिए केजरीवाल अपनी नजरबंदी का नाटक कर रहे हैं। उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली नगर निगमों के महापौर जयप्रकाश, अनामिका मिथिलेश और निर्मल जैन के साथ दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष हर्ष मल्होत्रा और कई महिला पार्षदों का केजरीवाल के फ्लैग स्टॉफ रोड स्थित आवास के बाहर सोमवार से प्रदर्शन जारी है। वे दिल्ली सरकार से 13,000 करोड़ रुपये के बकाये का भुगतान करने की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता और पार्टी के सांसदों प्रवेश वर्मा तथा मीनाक्षी लेखी ने मंगलवार की सुबह महापौरों के प्रदर्शन में शिरकत की। गुप्ता ने एक वीडियो भी ट्वीट किया जिसमें मुख्यमंत्री की कार को आवास से बाहर निकलते हुए कथित तौर पर देखा जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप के नेता मीडिया में और ट्वीट कर सफ़ेद झूठ बोल रहे हैं कि कल सुबह से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नजरबंद हैं, अगर यह सच है तो कल रात वह आराम से घर से बाहर जाते हुए कैसे दिखाई दे रहे हैं?’’ इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया कि सिंघू बॉर्डर पर केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने के बाद से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली पुलिस ने घर में नजरबंद कर दिया है।
पुलिस ने हालांकि पार्टी के दावों को खारिज किया है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि दिल्ली में भारत बंद की विफलता ने मुख्यमंत्री को बेनकाब कर दिया है। गुप्ता ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री नजरबंद नहीं हैं। वह उनकी सरकार से 13,000 करोड़ रुपये के बकाये की मांग कर रहे महापौरों और नगर निगम के नेताओं से बैठक करने से बचने के लिए घर पर आराम कर रहे हैं।’’
भाजपा के सांसदों मनोज तिवारी और गौतम गंभीर ने भी इस मुद्दे पर केजरीवाल तथा आप पर निशाना साधा। गंभीर ने ट्वीट किया, ‘‘किसान तो सिर्फ बहाना है, पंजाब की सियासत में आना है! खुद ही घर में बंद होकर हाउस अरेस्ट चिल्लाना, ये सिर्फ अरविंद केजरीवाल ही कर सकते हैं।’’