दिल्ली में नगर निगम चुनाव संपन्न होने के बाद अब मेयर के चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। मेयर चुनाव की सबसे पहली प्रक्रिया यह है कि एलजी के द्वारा आम सभा की अनुमति दी जाएगी और यह बताया जाएगा कि किस तारीख को कितने समय पहली आम सभा होनी है। आम सभा के लिए भी एलजी द्वारा एक पीठासीन अधिकारी तय किया जाता है।
पहले पार्षदों को दिलाई जाएगी शपथ
सबसे वरिष्ठ पार्षद को पीठासीन अधिकारी बनाया जाएगा। पीठासीन अधिकारी सभी नए पार्षदों को सिविक सेंटर में शपथ दिलाएंगे। एक बार जब नए पार्षदों की शपथ प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, तो उसके बाद मेयर का चुनाव होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि मंगलवार से मेयर के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। जनवरी के पहले सप्ताह में मेयर का चुनाव होने की संभावना है।
चुनाव प्रक्रिया पूरी होने में 20 दिन से भी ज्यादा का समय लग सकता है। चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं का एलजी से मिलना तय माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार आज या कल में आम आदमी पार्टी के बड़े नेता और बीजेपी के भी कुछ नेता उपराज्यपाल से मुलाकात कर सकते हैं।
आम आदमी पार्टी को सता रहा है डर
निगम चुनाव में 134 सीटें जीतने के बाद भी आम आदमी पार्टी को अपने विधायकों के खरीदे जाने का डर बना हुआ है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने सभी पार्षदों को नसीहत दी है कि आप लोगों को खरीदने की कोशिश की जाएगी और आप इसकी रिकॉर्डिंग कर लेना। अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह आपको 10 से 50 लाख में खरीदने की कोशिश करेंगे। लेकिन हमें उम्मीद है कि आप में से कोई बिकेगा नहीं। उधर, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी अपने पार्षदों के बीच सेंधमारी का डर जताया है।
यह आप के चुने हुए पार्षद हैं, इन्हें खरीदना नामुमकिन- संजय सिंह
आप के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दावा किया कि भाजपा आप पार्षदों को लुभाने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा- बीजेपी ने दिल्ली में आप पार्षदों को डराना-धमकाना शुरू कर दिया है, यह आप के चुने हुए पार्षद हैं, इन्हें खरीदना नामुमकिन है। बीजेपी बेशर्मी से बहुमत से 30 सीट कम होने के बावजूद एमसीडी में अपना मेयर बिठाने का दावा कर रही है। मैं दिल्ली के पुलिस कमिश्नर से मांग करता हूं कि पैसे और धमकियों के जरिए पार्षदों के व्यापार में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जाए। क्या इस मामले में चुनाव आयुक्त की कोई जिम्मेदारी नहीं है?