दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। आप ने दिल्ली पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की सीट बदल दी है। सबसे बड़ा फैसला तो सिसोदिया की सीट को लेकर ही हुआ है। इस बार उन्हें पटपड़गंज की जगह जंगपुरा से मैदान में उतारा गया है। वहीं शिक्षक से नेता बने अवध ओझा को पटपड़गंज से टिकट दिया गया है। आप की दूसरी लिस्ट में कुल 20 नाम हैं। पार्टी ने 21 नवंबर को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी, जिसमें 11 नाम थे। अब तक आम आदमी पार्टी कुल 31 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है।
अवध ओझा के अलावा AAP ने नरेला से दिनेश भारद्वाज, तिमारपुर से सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू, आदर्श नगर से मुकेश गोयल, मुंडका से जसबीर कारला, मंगोलपुरी से राकेश जाटव धर्मरक्षक, रोहिणी प्रदीप मित्तल, चांदनी चौक से पुनरदीप सिंह साहनी (सेबी), पटेल नगर से प्रवेश रतन, मादीपुर से राखी बिडला, जनकपुरी से प्रवीण कुमार, बिजवासन से सुरेंद्र भारद्वाज, पालम से जोगिंदर सोलंकी को टिकट दिया है।
कोचिंग पढ़ाते-पढ़ाते AAP नेता बन गए
सिविल सेवा कोचिंग शिक्षक और प्रेरक वक्ता अवध ओझा हाल ही में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की उपस्थिति में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। ओझा के आप में शामिल होने पर सिसोदिया ने कहा था कि यह एक विशेष दिन है और ओझा शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा काम कर रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया है। सिसोदिया ने कहा था, ‘‘उन्होंने न केवल लाखों युवाओं को प्रेरित किया है, बल्कि अपने प्रयासों से उनका जीवन भी बदला है। इसके अतिरिक्त, विभिन्न माध्यमों से उन्होंने जो प्रभावशाली कार्य किया है, यह एक महान शिक्षक के रूप में उनके कद को दर्शाता है।’’
कौन हैं ओझा सर?
बता दें कि अवध ओझा उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के रहने वाले हैं। उनकी गिनती देश के जाने-माने शिक्षकों में होती है। अवध ओझा मोटिवेशनल स्पीकर हैं। साथ ही उनके यूट्यूब चैनल पर लाखों सब्सक्राइबर हैं। अब वह टीचिंग के साथ-साथ राजनीति में आ गए हैं। AAP द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, ओझा ने इतिहास में विशेषज्ञता के साथ 2005 में अपना शिक्षण करियर शुरू किया। उनके पास हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर, एलएलबी, एमफिल और हिंदी साहित्य में पीएचडी सहित कई शैक्षणिक योग्यताएं हैं।
दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। आप ने 2020 में 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में 62 सीट जीती थी और अब पार्टी लगातार तीसरी बार जीत की उम्मीद कर रही है।
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