दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो चुकी हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दिल्ली में होने वाली विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा की। 5 फरवरी को दिल्ली में मतदान किया जाएगा और 8 फरवरी को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। इस बीच भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी आमने-सामने आ चुकी हैं। इस बीच दिल्ली की एक सीट कृष्णा नगर विधानसभा सीट पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। इस सीट पर वर्तमान में आम आदमी पार्टी का कब्जा है। लेकिन भाजपा लगातार इस सीट को जीतने के लिए दाव खेल रही है। बता दें कि वर्तमान में इस सीट से आम आदमी पार्टी के एसके बग्गा विधायक हैं। इस बार इस सीट से आम आदमी पार्टी ने फिर से विकास बग्गा पर विश्वास जताया है। वहीं भाजपा ने अनिल गोयल और कांग्रेस ने गुरचरण सिंह राजू को उम्मीदवार बनाया है।
साल 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजे?
दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर साल 2015 में आम आदमी पार्टी ने एसके बग्गा को, भाजपा ने किरण बेदी को, कांग्रेस ने बंशीलाल को उम्मीदवार बनाया था। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार एसके बग्गा ने जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में आप उम्मीदवार को 65,919 वोट मिले थे। वहीं किरण बेदी को 63,642 और बंशीलाल को 6,189 वोट मिले थे। बता दें कि इससे पहले साल 2013 में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में आप ने इस सीट से इशरत अली अंसारी को, भाजपा ने डॉ. हर्षवर्धन को और कांग्रेस ने डॉ. विनोद कुमार मोंगा को उम्मीदवार बनाया था। इस चुनाव में डॉ. हर्षवर्धन को 69,222 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार को 26,072 वोट और आप उम्मीदवार को 17,498 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2020 के नतीजे?
साल 2020 में इस सीट पर हुए विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने प्रचंड जाती हासिल की थी। दरअसल इस सीट से आम आदमी पार्टी ने दोबारा एसके बग्गा को अपना उम्मीदवार बनाया था। वहीं भाजपा ने डॉ. अनिल गोयल, कांग्रेस ने डॉ. अशोक कुमार वालिया को अपना उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में एसके बग्गा को 72,111 वोट मिले, जबकि अनिल गोयल को 68,116 और अशोक कुमार वालिया को 5,079 वोट मिले थे। बता दें कि इस सीट पर साल 2013 के विधानसभा चुनाव तक भाजपा का कब्जा था। लेकिन दिल्ली में जब साल 2015 में दोबारा चुनाव कराए गए तो इस सीट पर आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। अब देखना यह है कि क्या इस बार भी आम आदमी पार्टी इस सीट पर जीत दर्ज करेगी या नतीजें कुछ और होंगे।