नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है और विभिन्न सियासी दलों ने अपनी-अपनी रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है। सूबे में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं जिनके लिए 05 फरवरी 2025 को मतदान होना है। सभी 70 सीटों के लिए वोटों की गिनती 08 फरवरी 2025 को की जाएगी। दिल्ली की इन 70 सीटों में से जिस एक सीट पर सभी की नजर है वह है नई दिल्ली। इस विधानसभा सीट पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल का मुकाबला कांग्रेस के संदीप दीक्षित और भारतीय जनता पार्टी के प्रवेश वर्मा से है।
क्या है नई दिल्ली का सियासी समीकरण?
नई दिल्ली वही विधानसभा सीट है जहां से अरविंद केजरीवाल ने सियासत में जोरदार एंट्री की थी। 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 25 हजार से भी ज्यादा मतों के अंतर से मात दी थी। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में केजरीवाल के सामने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित हैं, जो अपनी मां की हार का बदला जरूर लेना चाहेंगे। वहीं, बीजेपी की तरफ से इस सीट पर पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ताल ठोक रहे हैं, जिनके पिता साहिब सिंह वर्मा भी 90 के दशक में दिल्ली के मुख्यमंत्री थे। इस तरह देखा जाए तो नई दिल्ली की सीट पर एक पूर्व मुख्यमंत्री का मुकाबला दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटों से है।
क्या रहा है पिछला चुनावी इतिहास?
नई दिल्ली की विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल ने 3 बार चुनाव लड़ा, और तीनों ही बार बड़े अंतर से जीत दर्ज की। 2013 में उन्होंने कांग्रेस की कद्दावर नेता शीला दीक्षित को 25,864 मतों के अंतर से मात दी थी। 2015 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी की नूपुर शर्मा को 31,583 वोटों के अंतर से हराया था। वहीं, 2020 के विधानसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी के सुनील यादव को 21,697 वोटों के अंतर से मात दी थी। हालांकि, 2025 के चुनावों में उनका मुकाबला दो पूर्व सांसदों संदीप दीक्षित और प्रवेश वर्मा से है, जो कि उन्हें पूरी टक्कर देने की कोशिश करेंगे। ऐसे में नई दिल्ली विधानसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद है।