दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में नई दिल्ली विधानसभा सीट से टिकट मिलने पर प्रवेश वर्मा ने बीजेपी हाईकमान का आभार जताया है। इस सीट पर उनका मुकाबला दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे से होगा। प्रवेश वर्मा खुद दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा के लिए नई दिल्ली सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला आसान नहीं होगा, लेकिन वह इस चुनौती के लिए तैयार हैं।
चुनाव आयोग ने अभी तक चुनावों की तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन सभी पार्टियां दिल्ली विधानसभा की तैयारी में जुट गई हैं। आम आदमी पार्टी सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है। वहीं, कांग्रेस और बीजेपी ने भी अधिकतर सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए हैं।
प्रवेश वर्मा का बयान
प्रवेश वर्मा ने कहा, "मैं अपनी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं। मुझे उम्मीद है कि पार्टी ने मुझ पर जो भरोसा दिखाया है, मैं उस पर खरा उतरूंगा। जब दिल्ली कोविड का सामना कर रही थी, जब उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत थी। अरविंद केजरीवाल जी 'हर बोतल पर एक मुफ्त बोतल' बांट रहे थे। दिल्ली में कई काम हैं- जैसे यमुना की सफाई, प्रदूषण पर लगाम लगाना। जब भाजपा की सरकार बनेगी, हम ये सारे काम करेंगे।"
रमेश बिधूड़ी ने क्या कहा?
कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने रमेश बिधूड़ी को उम्मीदवार बनाया है। वह मुकाबला दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और कांग्रेस की फायरब्रांड नेता अलका लांबा से होगा। बिधूड़ी ने कहा, "मैं कालकाजी विधानसभा सीट को फिर से हासिल करने के लिए मुझ पर भरोसा दिखाने के लिए भाजपा नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं। अरविंद केजरीवाल की वजह से दिल्ली पीड़ित है। कालकाजी के लोगों ने भी सीएम आतिशी के नेतृत्व में 'आपदा' का सामना किया है।"
दो चुनाव से नहीं खुला कांग्रेस का खाता
फरवरी 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने 29 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी है। भाजपा ने करोल बाग से राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम, राजौरी गार्डन से मनजिंदर सिंह सिरसा, बिजवासन से कैलाश गहलोत और गांधी नगर से पूर्व कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली को मैदान में उतारा है। दिल्ली में विधानसभा चुनाव फरवरी 2025 में होने की संभावना है। दिल्ली में लगातार 15 वर्षों तक सत्ता में रही कांग्रेस ने पिछले दो विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन किया है और कोई भी सीट नहीं जीत पाई है। 2020 के विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 62 सीटें जीती थीं और भाजपा ने आठ सीट हासिल की थी। (इनपुट- एएनआई)