दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बिजवासन सीट पर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर है। वहीं, कांग्रेस के लिए यह सीट हमेशा से ही मुश्किल रही है। इस सीट पर अब तक कांग्रेस का विधायक नहीं बना है। यह सीट 2008 में अस्तित्व में आई थी। तब भाजपा के सत प्रकाश राणा विधायक बने थे। 2013 में भी उन्हें जीत मिली, लेकिन 2015 और 2020 में उन्हें कड़े मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, इस बार आप, बीजेपी और कांग्रेस तीनों पार्टियों ने इस सीट पर उम्मीदवार बदले हैं।
बिजवासन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में धूलसिरस, वसंत कुंज, महिपालपुर, रंगपुरी, नांगल देवत, बिजवासन, समालखा, बामनौली, कपासहेड़ा, शाहबाद मोहम्मदपुर, राजनगर, द्वारका का कुछ हिस्सा शामिल है। यह दक्षिण दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है।
बीजेपी और आप के बीच कांटे की टक्कर
बिजवासन विधानसभा सीट पर 2013 से आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर रही है। वहीं, कांग्रेस कभी भी यहां जीत नहीं हासिल कर पाई। सिर्फ 2008 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहा था। इसके बाद से कांग्रेस उम्मीदवार यहां दूसरे स्थान पर भी नहीं रहा है। 2009 में कांग्रेस के रमेश कुमार दक्षिण दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद बने थे। बिजवासन इसी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी ने बिजवासन से सुरेंद्र भारद्वाज को टिकट दिया है। वहीं, बीजेपी ने कैलाश गहलोत पर भरोसा जताया है। कांग्रेस ने यहां से देवेंद्र सेहरावत को टिकट दिया है।
2020 और 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजे
2020 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भुपिंदर सिंह जून ने बीजेपी के सत प्रकाश राणा को महज 753 वोट से हराया था। भुपिंदर सिंह जून को 57271 वोट मिले थे। वहीं, सत प्रकाश राणा को 56518 वोट मिले थे। कांग्रेस उम्मीदवार प्रवीण राणा को सिर्फ 5937 वोट मिले थे। इससे पहले 2015 में आम आदमी पार्टी के कर्नल देवेंद्र सहरावत ने बीजेपी के सत प्रकाश राणा को 19536 वोट से हराया था। 2008 में बनी इस सीट पर दो बार बीजेपी और दो बार आम आदमी पार्टी का विधायक बन चुका है।
दलबदल का असर
इस बार कांग्रेस ने देवेंद्र सेहरावत को टिकट दिया है, जो 2015 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर विधायक बने थे। वहीं, आम आदमी पार्टी ने सुरेंद्र भारद्वाज को टिकट दिया है, जो 2013 में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार थे और उन्हें महज 2370 वोट मिले थे।