नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब करीब तीन हफ्ते का समय बाकी रह गया है लेकिन इस बीच केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ा फैसला लिया है। AAP ने हरिनगर और नरेला सीट पर अपने प्रत्याशी बदल दिए। पार्टी ने हरि नगर की निवर्तमान विधायक राजकुमारी ढिल्लों की जगह सुरिंदर सेतिया को टिकट दिया है। ढिल्लों को पार्टी ने इस बार भी टिकट दिया था। नरेला से शरद चौहान की जगह दिनेश भारद्वाज को प्रत्याशी बनाया गया है। ‘आप’ ने लगभग एक महीना पहले दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीट के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी थी।
जमीनी रिपोर्ट के आधार पर बदलाव
‘आप’ ने अपने ‘एक्स’ हैंडल से उम्मीदवारों की संशोधित सूची साझा की। नरेला से दो बार ‘आप’ विधायक रहे चौहान के स्थान पर भारद्वाज को प्रत्याशी बनाया गया है। पार्टी के सूत्रों ने दावा किया कि नरेला और हरि नगर सीटों से जमीनी रिपोर्ट के आधार पर उम्मीदवार बदले गए हैं। चौहान ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा फिर से भरोसा जताने के लिए आभार व्यक्त किया। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच फरवरी को मतदान होगा। आठ फरवरी को मतगणना होगी।
केजरीवाल ने दाखिल किया नामांकन
उधर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनावों के लिए नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया और उन्होंने लोगों से काम के आधार पर मतदान करने की अपील की। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे काम के आधार पर मतदान करें ना कि ‘गाली-गलौज’ के आधार पर। केजरीवाल ने अपना नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले अपनी पत्नी सुनीता के साथ सुबह हनुमान मंदिर और वाल्मीकि मंदिर में पूजा-अर्चना की और फिर उन्होंने आप कार्यालय से नयी दिल्ली जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय तक पदयात्रा निकाली।
आप के सैकड़ों कार्यकर्ता हाथ में पार्टी का झंडा लिए पूर्व मुख्यमंत्री के साथ यात्रा में शामिल हुए। नयी दिल्ली जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में अपना नामांकन दाखिल करने के बाद केजरीवाल ने विश्वास जताया कि दिल्ली में आप एक बार फिर सत्ता में आएगी। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘आप बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं दिल्ली के लोगों से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे काम के आधार पर वोट दें, गालियों के आधार पर नहीं।’’ भरतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि पार्टी के पास कोई दृष्टिकोण नहीं है, कोई मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं है और कोई मुद्दा भी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘वे यह नहीं बता रहे हैं कि अगले पांच साल में वे क्या काम करेंगे। दिल्ली के लोगों को एक जोड़ी जूते से नहीं खरीदा जा सकता, लोग देख रहे हैं कि भाजपा क्या कर रही है।’’ (भाषा)