Delhi Pollution: देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ती ठंड के साथ प्रदूषण में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। दिल्ली में रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी AQI 400 के पार दर्ज किया गया। हवा के गंभीर स्तर पर पहुंचने के बाद केंद्र के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने आज रविवार को आपात बैठक कर दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप-3 के तहत गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर रोक लगाने का निर्देश दिया है।
दिल्ली-एनसीआर में निर्माण कार्यों पर पाबंदी
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से ग्रेप-3 को लागू किए जाने के बाद अब दिल्ली-एनसीआर में आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण कार्यों पर पाबंदी लगा दी गई है। इसके अलावा किसी भी तरह की तोड़फोड़ पर भी रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही खनन पर भी बैन लगा दिया गया है। बता दें कि 14 नवंबर को AQI में सुधार होने पर इन प्रतिबंधों को हटा दिया गया था, जिसे अब फिर से लागू किए जाने का निर्देश दिया गया है। बता दें कि दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI रविवार को शाम चार बजे 407 रहा।
24 घंटों में हवा की गुणवत्ता में और गिरावट
गौरतलब है कि ग्रेप के क्रियान्वयन के लिए उप समिति ने रविवार को क्षेत्र में वायु गुणवत्ता परिदृश्य के साथ-साथ मौसम संबंधी स्थितियों और दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक के पूर्वानुमान की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की। उप समिति के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में हवा की गुणवत्ता में और गिरावट देखी गई। उप समिति ने और गिरावट को रोकने के प्रयास में फैसला लिया कि जीआरएपी के चरण एक और दो के तहत सभी कार्यों के अलावा, चरण तीन के तहत वर्णित सभी कार्यों को दिल्ली-एनसीआर में में तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 4 नवंबर के बाद 'गंभीर' श्रेणी में पहुंचा है, जब एक्यूआई 447 दर्ज किया गया था। एक्यूआई को 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।