नई दिल्ली: दिल्ली में शनिवार को तेज हवाएं चलने से वायु गुणवत्ता में आंशिक सुधार हुआ लेकिन फिर भी यह ‘गंभीर’ श्रेणी में रही क्योंकि शहर में प्रदूषक तत्व ‘पीएम 2.5’ उत्पन्न करने में पराली जलाए जाने का योगदान इस मौसम में उच्चतम 41 प्रतिशत रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के समीर ऐप के अनुसार, शनिवार सुबह आठ बजे शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 449 दर्ज किया गया, जो कि ‘गंभीर’ श्रेणी के तहत आता है तथा शाम चार बजे यह 437 था। शुक्रवार को यह 462 था।
सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार, पंजाबी बाग में एक्यूआई 452, आईटीओ 443, चांदनी चौक 445, अशोक विहार 450, करणी सिंह शूटिंग रेंज 470, मथुरा रोड 446, दिल्ली हवाई अड्डा (टी 3) 426, एनएसआईटी द्वारका 429 और पटपड़गंज में एक्यूआई 452 था।
उल्लेखनीय है कि एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
मौसम कार्यालय ने कहा कि रविवार को भी दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाएं चलती रहेंगी और इससे प्रदूषकों के तितर-बितर होने की उम्मीद है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी सफर ने कहा कि पीएम 2.5 उत्पन्न करने में पराली जलाए जाने का योगदान शनिवार को दिल्ली में 41 प्रतिशत रहा, जो इस मौसम में अब तक उच्चतम है।
सफर ने शनिवार को कहा कि सतही हवाओं के मजबूत होने से दिल्ली में एक्यूआई में सुधार होने की संभावना है। विशेषज्ञों ने कहा कि प्रतिबंध के बावजूद बृहस्पतिवार को दिवाली के मौके पर खूब पटाखे चलने और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के मामलों में वृद्धि की वजह से त्योहार के बाद दिल्ली में वायु गुणवत्ता पिछले पांच साल में सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दिल्ली में शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के हिसाब से सामान्य है। वहीं, दिल्ली का अधिकतम तापमान आज 28.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो इस मौसम के सामान्य से एक डिग्री कम है।
मौसम विभाग कहा कि रविवार को न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमश: 15 और 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अनुमान के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में कोहरे और धुंध की स्थिति में सुधार हुआ।