नई दिल्ली: गैस चैंबर में तब्दील हुई देश की राजधानी दिल्ली की आबो हवा में सांस लेना दिवाली के बाद से एक बार फिर दूभर हो गया है। AQI का लेवल एक बार फिर चढ़ना शुरू हो गया है और खराब कैटेगरी में जा पहुंचा है। पिछले साल की तुलना में इस बार दिवाली के बाद, दिल्ली की हवा में पॉल्यूशन लेवल 45% ज्यादा बढ़ गया और धुंध इतनी ज्यादा है कि कुछ 100 मीटर के बाद ही विजिबिलिटी खत्म हो रही है। सफर एप के मुताबिक दिल्ली में हवा की गुणवत्ता कल के मुकाबले और ज्यादा खतरनाक हो गई है। दिल्ली में AQI 435 दर्ज किया गया है।
पूसा रोड के हाल सबसे गंभीर हैं जहां AQI लेवल 572 पहुंच गया है। लोधी रोड का 440, नॉर्थ कैंपस में 413, दिल्ली एयरपोर्ट पर 469, IIT दिल्ली में 488 और आनंद विहार में AQI 451 दर्ज किया गया और सभी गंभीर श्रेणी में है। इसके अलावा दिल्ली यूनिवर्सिटी और नोएडा में AQI लेवल 500 से ऊपर है।
दिल्ली-NCR की हवा फिर खराब-
जगह | AQI | हवा की गुणवत्ता |
दिल्ली | 435 | गंभीर |
पूसा रोड | 572 | बेहद गंभीर |
लोधी रोड | 440 | गंभीर |
नॉर्थ कैंपस | 413 | गंभीर |
दिल्ली एयरपोर्ट | 469 | गंभीर |
IIT दिल्ली | 488 | गंभीर |
आनंद विहार | 451 | गंभीर |
स्विस कंपनी IQ Air के मुताबिक दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। दिल्ली में पॉल्यूशन लेवल बढ़ा तो इस पर सियासी पारा भी हाई हो गया। दिवाली के बाद बढ़ते प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार ने विपक्षी दल बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। आरोप लगाया कि बीजेपी नेताओं ने दिवाली पर लोगों को उकसाया, ख़ूब पटाखे चलवाए जिससे दिल्ली की हवा फिर ख़राब हो गई। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इल्जाम लगाया कि पटाखे साजिश करके हरियाणा और यूपी से दिल्ली लाए गए जिससे दिल्ली की हवा को ख़राब की जा सके। वहीं, बीजेपी ने इसे आम आदमी पार्टी की बौखलाहट बताया और कहा कि ये अपना काम ठीक से करते नहीं हैं और दूसरों पर इल्ज़ाम लगाकर ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं। बीजेपी का आरोप है कि प्रदूषण के बहाने आम आदमी पार्टी सनातन धर्म को टारगेट कर रही है।
क्या हैं पिछले साल के आंकड़े?
आंकड़े बताते हैं कि दिवाली के अगले दिन दिल्ली की हवा बहुत खराब हो जाती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, पिछले साल दिवाली के अगले दिन दिल्ली में AQI का स्तर 312 पर पहुंच गया था और इस साल भी दिवाली के अगले दिन AQI का स्तर 300 के करीब था। पिछले पांच सालों के आंकड़े देखें तो...
दिवाली की अगली सुबह हवा कितनी जहरीली?
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2019 - AQI 281
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2020- 414
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2021- 382
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2022- 312
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2023- 286
NDMC ने पार्किंग रेट किया दोगुना
प्रदूषण के उच्च स्तर के बीच लोगों को निजी गाड़ियों का इस्तेमाल करने के प्रति हतोत्साहित करने के मकसद से नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने अपने क्षेत्र में पार्किंग शुल्क दोगुना कर दिया है। एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि मौसम की स्थिति को देखते हुए एनडीएमसी के कर्मियों द्वारा प्रबंधित किए जाने वाले पार्किंग स्थलों पर पार्किंग शुल्क को 31 जनवरी 2024 तक दोगुना कर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि प्रदूषण की स्थिति के कारण दिल्ली में लागू ‘ग्रेडेड एक्शन रिस्पांस प्लान’ (GRAP) के चौथे चरण के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। एनडीएमसी वर्तमान में पार्किंग स्थलों पर चार पहिया वाहनों के लिए 20 रुपये प्रति घंटा और अधिकतम 100 रुपये प्रति दिन और दोपहिया वाहनों के लिए 10 रुपये प्रति घंटा और अधिकतम 50 रुपये प्रति दिन का शुल्क लेती है।
इन जगहों पर बढ़ा पार्किंग शुल्क-
एनडीएमसी क्षेत्र में कुल 91 पार्किंग स्थल हैं। इनमें से 41 का प्रबंधन एनडीएमसी करती है जबकि अन्य का रखरखाव अन्य एजेंसियों को ‘आउटसोर्स’ किया गया है। राजपथ से एम्स के बीच पार्किंग स्थल एनडीएमसी क्षेत्र में आते हैं जिनमें सरोजिनी नगर बाजार, खान मार्केट, लोधी रोड, आईएनए और सफदरजंग शामिल हैं। इन स्थलों पर गाड़ियों की आवाजाही ज्यादा रहती है।
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