नयी दिल्ली। भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली इकाइयों के बीच चांदनी चौक में चल रही सौंदर्यीकरण योजना के तहत एक हनुमान मंदिर के विध्वंस को लेकर आपस में भिड़ गईं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश के तहत मंदिर को ''अतिक्रमण'' मानते हुए ढहाया गया है। उन्होंने कहा, ''दिल्ली सरकार के गृह विभाग ने अगस्त 2019 में एक पत्र में एनडीएमसी आयुक्त को बताया था कि धार्मिक समिति ऐसे मामले की समीक्षा नहीं कर सकती, जिस पर अदालत ने फैसला ले लिया हो। इसके अलावा नगर निगम को उच्च न्यायालय के आदेशानुसार उचित कार्रवाई का निर्देश दिया गया था।''
मंदिर ढहाए जाने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। आप ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत एमसीडी ने 100 साल पुराना हनुमान मंदिर ढहाया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा दिल्ली नगर निगम के प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि ''खुद को हिंदुओं की पार्टी कहने वाली भाजपा का वास्तविक चेहरा आज पूरे देश के सामने बेनकाब हो गया है।'' वहीं, भाजपा की दिल्ली इकाई ने पलटवार करते हुए मंदिर विध्वंस की निंदा की और दावा किया कि चांदनी चौक में चल रही सौंदर्यीकरण योजना आप सरकार ने शुरू की है।
भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर मंदिर विध्वंस की निंदा करते हुए इसके पुनर्निमाण की मांग की। कपूर ने कहा कि स्थानीय निवासियों ने दिल्ली सरकार द्वारा चांदनी चौक में चल रही सौंदर्यीकरण योजना का विरोध किया था क्योंकि इसके तहत तीन धार्मिक संरचनाओं को ढहाया जाना था।