नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को प्रेस वार्ता में कहा कि केन्द्र को अंतरराष्ट्रीय बाजार से टीके खरीदने चाहिये, क्योंकि राज्य व्यक्तिगत रूप इन्हें खरीदेंगे तो भारत की छवि खराब होगी। दिल्ली सरकार ने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया है कि राज्यों के बजाय वह ही अंतरराष्ट्रीय बाजार से टीके खरीदे। जैन ने कहा कि उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंस के दौरान विभिन्न मुद्दों पर बात की।
जैन ने संवाददाता सम्मेलन में आगे कहा कि आज केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन जी के साथ मीटिंग थी, मैंने उनसे कहा कि वैक्सीन के ग्लोबल टेंडर्स की जगह केंद्र सरकार वैक्सीन खरीदें। अलग-अलग राज्य अगर ग्लोबल टेंडर करेंगे तो देश की बदनामी होगी। वैक्सीन बनाने के फार्मूला को दूसरी कंपनी से शेयर करनी चाहिए जिससे ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन बन पाए।
जैन ने कहा, ''केन्द्र को टीके के दाम तय करने चाहिये। कंपनियों को संकट के दौरान भारी मुनाफा कमाने की छूट नहीं दी जा सकती।'' मंत्री ने कहा कि उन्होंने हर्षवर्धन से अनुरोध किया कि टीकों का उत्पादन बढ़ाने के लिये इनका फॉर्मूला अन्य कंपनियों के साथ साझा किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा, ''हमें टीकों की वैश्विक निविदा आमंत्रित नहीं करनी चाहिये, राज्य अलग से निविदा आमंत्रित क्यों करें? इससे देश की बदनामी होगी।''
महामारी सिर्फ मुनाफा कमाने का मौका नहीं है- जैन
जैन ने कहा कि देश की दोनों वैक्सीन कंपनी बहुत ज्यादा मुनाफा कमा रही हैं, सभी राज्यों के लिए एक रेट रखना चाहिए। महामारी सिर्फ मुनाफा कमाने का मौका नहीं है। झुग्गी झोपड़ी में टीकाकरण पर दिक्कत है, बहुत लोगों के पास स्मार्ट फोन नहीं है, बहुत लोगों को अंग्रेजी नहीं आती। केंद्र सरकार ने नियम बना रखे हैं कि ऑनलाइन ही बुक कर सकते हैं। ये सब राज्यों पर छोड़ देना चाहिए। केन्द्र को टीकों के दाम तय करने चाहिये, कंपनियों को संकट के दौरान भारी मुनाफा कमाने की छूट नहीं दी जा सकती।