नयी दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को कोविड-19 से एक मरीज की मौत हो गई और महामारी के 158 नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। दिल्ली में अब तक कुल 10,897 लोग संक्रमण के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि शहर में अब संक्रमण दर 0.26 फीसदी है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में बताया कि शुक्रवार को सामने आए 158 नए मामलों के साथ ही दिल्ली में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 6,37,445 तक पहुंच गई। इसके मुताबिक, बृहस्पतिवार को शहर में 60,836 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 158 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। दिल्ली में 1,053 मरीजों का इलाज चल रहा है।
वहीं, देश में 19 दिनों के बाद कोविड-19 के 13,000 से ज्यादा नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर 1,09,63,394 हो गयी जबकि 1,06,67,741 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के कुल 13,193 मामले आए। संक्रमण से 97 और लोगों के दम तोड़ने से मृतकों की संख्या 1,56,111 हो गयी है। कुल 1,06,67,741 लोग स्वस्थ हो चुके हैं जिससे ठीक होने की दर 97.30 प्रतिशत हो गयी है और मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत है।
आंकड़ों के मुताबिक, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1.5 लाख से नीचे हैं। कुल 1,39,542 मरीजों का उपचार चल रहा है, जो कि कुल मामलों का 1.27 प्रतिशत है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 18 फरवरी तक 20,94,74,862 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की जा चुकी है। इनमें से 7,71,071 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई। संक्रमण से मरने वाले 97 लोगों में 38 महाराष्ट्र से, 14 केरल से और 10 पंजाब से हैं। देश में कोविड-19 से अब तक 1,56,111 लोगों की मौत हुई है जिनमें 51,669 लोग महाराष्ट्र से, 12,444 लोग तमिलनाडु से, 12,282 लोग कर्नाटक से हैं।
वहीं 10,896 लोग दिल्ली से, 10,239 लोग पश्चिम बंगाल से, 8,709 लोग उत्तर प्रदेश से और 7,166 लोग आंध्र प्रदेश से हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मरने वालों में 70 प्रतिशत से अधिक लोग गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।