नई दिल्ली: कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच राष्ट्रीय राजधानी के कई अस्पताल शनिवार को भी ऑक्सीजन की कमी से जूझते नजर आए। लगातार मामले बढ़ने के साथ ही शहर की स्वास्थ्य अवसंरचना पर दबाव अत्यधिक बढ़ गया है। अधिकारियों ने बताया कि ऑक्सीजन के संकट के बीच दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में 20 अत्यंत बीमार मरीजों की रात भर में मौत हो गई। अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ डी के बलूजा ने बताया, “भंडार कम होने की वजह से ऑक्सीजन का दबाब घट गया है।” उन्होंने कहा कि अस्पताल में करीब 200 मरीज भर्ती हैं और उनके पास 10 बजकर 45 मिनट पर केवल आधे घंटे की ऑक्सीजन शेष थी।
अधिकारियों ने बताया कि तुगलकाबाद इलाके में स्थित बत्रा अस्पताल को भंडार समाप्त होने के तुरंत बाद दिल्ली सरकार से आपातकालीन ऑक्सीजन आपूर्ति मिली। अस्पताल के कार्यकारी निदेशक सुधांशु बनकाटा ने कहा कि सुबह नौ बजे अस्पताल में ऑक्सीजन समाप्त हो गई थी। उन्होंने कहा, “हमें अभी-अभी दिल्ली सरकार से आपात आपूर्ति प्राप्त हुई है। यह अगले डेढ़ घंटे तक चलेगी। हमारा आपूर्तिकर्ता फोन नहीं उठा रहा है।” अस्पताल में करीब 350 मरीज भर्ती हैं जिनमें से 265 कोरोना संक्रमित हैं और 30 आईसीयू में हैं। अधिकारियों ने बताया कि राजधानी के मध्य में स्थित, सर गंगाराम अस्पताल को हर दिन 11,000 घन मीटर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है जिसमें से महज 200 घन मीटर ऑक्सीजन बची थी जब 1.5 टन ऑक्सीजन लेकर एक टैंकर पहुंचा।
एक अधिकारी ने कहा, “हम सामान्य दबाव से आधे पर ऑक्सीजन चला रहे हैं। यह 1.5 टन ऑक्सीजन दो घंटे तक चलेगी। यह स्थिति बहुत खौफनाक है।” इस प्रतिष्ठित अस्पताल में शुक्रवार को 24 घंटे के अंदर 25 कोविड मरीजों की मौत हो गई थी और कई मरीजों की जान दांव पर लगी हुई है जब ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर अस्पतालों में हाहाकार मचा हुआ है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन का भंडार आठ घंटे तक चलेगा।
दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 के 24,331 नये मामले सामने आए और 348 लोगों की मौत हुई जबकि संक्रमण की दर 32.43 प्रतिशत हो गई है। शहर में 11 दिन के भीतर 2,100 लोगों की घातक वायरस के चलते मौत हुई है।