नयी दिल्ली: दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 के 46 नये मामले सामने आये, जबकि संक्रमण से किसी मरीज की मौत नहीं हुई। शहर के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण की दर 0.06 प्रतिशत है। राष्ट्रीय राजधानी में वैश्विक महामारी की दूसरी लहर शुरू होने के बाद से 17वीं बार ऐसा हुआ है जब किसी दिन में किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 18 जुलाई, 24 जुलाई, 29 जुलाई, दो अगस्त, चार अगस्त, आठ अगस्त, 11 अगस्त और 12 अगस्त, 13 अगस्त ,16 अगस्त, 20 अगस्त, 21 अगस्त, 22 अगस्त, 23 अगस्त और 24 अगस्त और 26 अगस्त को भी कोविड-19 से किसी की मौत नहीं हुई थी।
आंकड़ों के मुताबिक इस साल दो मार्च को, शहर में कोरोना वायरस के कारण किसी की मौत नहीं हुई थी। उस दिन 217 नये मामले सामने आये थे और संक्रमण दर 0.33 प्रतिशत थी। अप्रैल-मई के दौरान शहर में दूसरी लहर ने असर दिखाना शुरू कर दिया थ ताजा बुलेटिन के मुताबिक शुक्रवार को 46 नये मामले सामने आए और संक्रमण दर 0.06 प्रतिशत रही जबकि संक्रमण से किसी मरीज की मौत नहीं हुई। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 45 नये मामले सामने आए थे जबकि संक्रमण दर 0.06 प्रतिशत थी। बुधवार को, शहर में 35 मामले सामने आए थे और एक मरीज की मौत हुई थी जबकि संक्रमण दर 0.05 प्रतिशत थी।
दिल्ली सरकार ने घोषणा की कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लंबे समय तक बंद रहने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में कक्षा 9-12 के लिए स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान एक सितंबर से फिर से खुलेंगे। इस संबंध में फैसला दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की एक बैठक में लिया गया। डीडीएमए द्वारा गठित एक समिति ने इस सप्ताह की शुरुआत में राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से फिर से खोलने की सिफारिश करते हुए अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। यह निर्णय दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार के बाद आया है।
कुछ समय पहले संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान यहां कई लोगों की मौत हो गई थी तथा दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी ने संकट को और बढ़ा दिया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘कोरोना के कम होते मामलों के बीच पूरे एहतियात के साथ दिल्ली में अब धीरे-धीरे स्कूलों को खोला जा रहा है ताकि बच्चों की पढ़ाई के नुकसान को कम किया जा सके। हमें ज़िन्दगी को वापस पटरी पर भी लाना है और बच्चों की सेहत और पढ़ाई, दोनों का ध्यान भी रखना है।’’
सिसोदिया ने हालांकि कहा कि जूनियर कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने के बारे में अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है और सीनियर कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोलने के प्रभाव का विश्लेषण करने के बाद निर्णय लिया जाएगा। वहीं सूत्रों ने संकेत दिया कि कक्षा छह से आठ के लिए स्कूल आठ सितम्बर से खुल सकते हैं। राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों को पिछले साल मार्च में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन से पहले बंद करने का आदेश दिया गया था।
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