नयी दिल्ली: राजधानी दिल्ली से देसी हैंड ग्रेनेड मिलने के मामले में पुलिस ने दिलीप नाम के एक शख्स को हिरासत में लिया है। आरोपी दिलीप ने खुलासा किया कि उसके दोस्त काशीराम उर्फ सोनू ने उसे 10 देसी हैंड ग्रेनेड सुरक्षित रखने के लिए दिए थे। उसने सभी ग्रेनेड को एक प्लास्टिक के कंटेनर में रखा और कंटेनर को मेट्रो विहार में एक नाले के पास एक सुनसान जगह पर गड्ढा खोदकर जमीन में गाड़ दिया था। आरोपी दिलीप की निशानदेही पर वन विभाग की जमीन में कंटेनर से सभी देसी ग्रेनेड बरामद किए गए।
काशीराम ऊर्फ सोनू की तलाश में जुटी पुलिस
दिल्ली पुलिस ने विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 286 आईपीसी 3/4/5 के तहत मामला दर्ज किया। अब पुलिस काशीराम ऊर्फ सोनू की तलाश में जुटी है। उसकी गिरफ्तारी से पूरी साजिश का पता लगेगा। सूत्रों के अनुसार पुलिस को पता लगा है कि काशीराम पहले भी ऐसी वारदात में शामिल रहा है। आरोपी पहले चोरी के करीब आधा दर्जन मामलों में शामिल रहा है। ये सभी मामले साल 2010 के समय के हैं। उसके बाद आरोपी ने चोरी करना छोड़ दिया और ग्रेनेड की आपूर्ति करने लगा।
दिल्ली में पहली बार इतनी तादाद में मिले हैंड ग्रेनेड
दिल्ली में किसी एक जगह से पहली बार इतनी बड़ी संख्या में हैंड ग्रेनेड मिले हैं। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने 12 जनवरी को जहांगीरपुरी इलाके से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था।आरोपियों के पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए थे। सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम दिया गया था और उसमे जिस तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था दिल्ली से बरामद हैंड ग्रेनेड का पैटर्न उससे मिलता जुलता है। इस मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है।