नई दिल्ली: कोविड वैक्सीन के पहले फेज के लिए दिल्ली में 2 लाख से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। दिल्ली सरकार के मुताबिक, सबसे पहली प्राथमिकता स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन योद्धाओं को वैक्सीन देने की है। सरकार अपनी प्राथमिकता तय करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन योद्धाओं की लिस्ट बना रही है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन योद्धाओं के बाद हमारे बुजुर्ग और बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी। फिर हम सारे दिल्ली का वैक्सीनेशन करेंगे। दिल्ली सरकार, दिल्ली की पूरी आबादी को टीका लगाने में पूरी तरह सक्षम है। हमने वैक्सीन के लिए स्टोरेज के लिए भी इंतजाम कर लिए हैं। हम बस वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं।’
‘3 से 4 हफ्तों में पूरी दिल्ली को लग सकती है वैक्सीन’
दिल्ली सरकार कह चुकी है कि कोरोना की वैक्सीन आने पर सिर्फ 3-4 हफ्तों के अंदर पूरी दिल्ली को यह वैक्सीन लगाई जा सकती है। हालांकि वैक्सीन आने के बाद, यह वैक्सीन की उपलब्धता पर निर्भर करेगा कि दिल्ली के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने में कितना समय लगता है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘कोरोना की वैक्सीन आने के बाद हम 3 से 4 हफ्तों में सारी दिल्ली को वैक्सीन लगाने के लिए तैयार हैं। दिल्ली सरकार के पास पर्याप्त साधन हैं और कोरोना की वैक्सीन मिलने के कुछ सप्ताह में ही इसे दिल्ली के सारे लोगों तक पहुंचा दिया जाएगा।’
‘दिल्ली में वैक्सीन के स्टोरेज में कोई दिक्कत नहीं है’
उन्होंने कहा कि हमारे पास कई तरह के साधन हैं जैसे कि मोहल्ला क्लीनिक, पॉलीक्लिनिक, डिस्पेंसरीज और अस्पताल आदि। इसके अलावा दिल्ली में वैक्सीन के स्टोरेज की भी कोई दिक्कत नहीं है। दिल्ली सरकार कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध होने पर जल्द से जल्द सभी दिल्ली वालों को लगाने का दावा कर रही है। इसके साथ ही सरकार का दावा है कि कोरोना वैक्सीन की स्टोरेज को लेकर भी कोई समस्या नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘वैक्सीन की स्टोरेज कई जगह होगी। हालांकि अभी सबसे बड़ी बात वैक्सीन का उपलब्ध होना है।’ सत्येंद्र जैन ने बताया कि वैक्सीन में स्टोरेज इक्यूपमेंट के साथ ही होता है, ड्राई आइस में उसे स्टोर किया जाता है। (IANS)