नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने सोमवार को एक शख्स के खिलाफ सोशल मीडिया पर भ्रामक खबर फैलाने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है। इस बात की जानकारी एक अधिकारी ने दी। अंग्रेजी अखबरा इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के अनुसार, पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया पर कई "प्रेरित तत्व" हैं जिन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस ऑक्सीजन टैंकरों / सिलेंडर को रोक रही है और लोगों को कोविड संसाधन से जुड़ी जानकारी साझा करने और आगे बढ़ाने से भी रोक रही है।
दिल्ली पुलिस ने रत्नेश पाल नाम के एक युवक का ट्वीट शेयर किया, जिसमें कहा गया है, "पुलिस ने एक ऑक्सीजन टैंकर को एक घंटे तक राजीव चौक पर रोके रखा। टैंकर दिल्ली के फॉर्टिस अस्पताल की तरफ जा रहा था। लोगों की जान खतरे में है। दिल्ली पुलिस इस तरह से बर्ताव क्यों कर रही है? आप टैंकर रोक रहे हो... मामले का संज्ञान लिया जाना चाहिए।"
अधिकारियों ने कहा कि ये जानकारी झूठी है। नई दिल्ली के डीसीपी डॉ. Eish Singhal ने रत्नेश पाल के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, "शरारती तत्व फिर से बाहर आ चुके हैं। जालसाज गलत सूचना फैला रहे हैं। कथित जगह राजीव चौक नहीं है। दिल्ली में कोई भी ट्रक डिटेन नहीं किया गया। दिल्ली पुलिस ऑक्सीजन टैंकर्स और ऑक्सीजन सिलेंडर्स को ग्रीन कॉरिडोर उपलब्ध करवाती है। गलत जानकारी को न कहें।"
पुलिस ने कहा कि तस्वीरों और वीडियो के साथ इस तरह के ट्वीट अपलोड किए जा रहे थे। संकट के समय पुलिस जो अच्छा काम कर रही है, ये उसे बदनाम करते है। दिल्ली पुलिस के PRO चिन्मय बिसवाल ने कहा कि क्राइम ब्रांच ने ऐसी गलत सूचनाओं का संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि महामारी के बीच ऐसी फर्जी सूचनाएं लोगों के बीच न सिर्फ घबराहट बल्कि lawlessness की स्थित भी पैदा करती हैं। हमने ऐसे सोशल मीडिया पोस्ट पर कानूनी कार्रवाई शुरू की है और एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।