नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में एकबार फिर से हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। राजधानी नई दिल्ली में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 2312 नए मरीज मिले, 1050 इस बीमारी को मात देने में सफल रहे जबकि 18 लोगों की मौत हो गई। नए मरीज सामने आने के बाद दिल्ली में अबतक मिले कोरोना संक्रमण के कुल मरीज बढ़कर 1 लाख 77 हजार 60 हो गए हैं।
कुल मामलों में से 1 लाख 56 हजार 728 लोग कोरोना बीमारी को मात देने में सफल रहे हैं, जबकि 4462 लोगों की इस बीमारी की इस वजह से मौत हो गई है। नए मरीज सामने आने के बाद दिल्ली में इस वक्त एक्टिव मामले बढ़कर 15 हजार 870 हो गए हैं।
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दिल्ली सरकार द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, शहर के कोविड अस्पतालों में फिलहाल 9962 बेड मरीजों के लिए खाली हैं। कोविड केयर सेंटर्स में 5585 बेड जबकि कोविड हेल्थ सेंटर्स में 250 बेड खाली हैं। नए मरीज सामने आने के साथ दिल्ली में कंटेनमेंट जोन्स की संख्या भी बढ़ी है। दिल्ली में फिलहाल 846 कंटेनमेंट जोन हैं।
दिल्ली में नए सिरे से सीरो सर्वे
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को नए सिरे से सीरो-प्रीविलेंस सर्वे शुरू किया गया। इसके तहत कोविड-19 स्थिति का विश्लेषण करने के लिए सभी 272 नगरपालिका वार्डों को कवर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया सात दिनों तक चलेगी और इसमें 17,000 प्रतिनिधि नमूनें एकत्रित किए जाएंगे।
इससे पहले एक अगस्त से सात अगस्त के बीच किए गए सर्वे में पाया गया था कि राष्ट्रीय राजधानी में 29.1 प्रतिशत लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ प्रतिरक्षी (एंटी बॉडीज) विकसित हो गए हैं।
जैन ने कहा, ‘‘आज नए सिरे से सीरो-प्रीविलेंस सर्वे शुरू किया गया। इस बार यह वार्ड आधारित होगा और दिल्ली में सभी 272 वार्डों को कवर किया जाएगा, साथ ही दो विधानसभा इलाकों को भी। एक सप्ताह के अंदर नमूने लिए जाएंगे। इसके नतीजे सात से 10 दिन में आएंगे।’’
मंत्री ने कहा कि इससे पहले जिला स्तर पर सर्वे किया गया था। लेकिन इस बार शहर में कोविड-19 की स्थिति का विश्लेषण करने के लिए वार्ड स्तर पर सर्वे किया जाएगा।