नई दिल्ली. दिल्ली में शनिवार को कोरोना वायरस के 224 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद दिल्ली में कोरोना के कुल मामले 6542 हो गए हैं। दिल्ली में कोरोना से अभी तक 68 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। दिल्ली में कोरोना के 2020 रोगी अभी तक ठीक भी हो चुके हैं। शहर में कुल 4454 कोरोना के एक्टिव रोगी हैं। दिल्ली सरकार के मुताबिक राजधानी दिल्ली में अभी तक कोरोना के कुल 84,226 टेस्ट किए जा चुके हैं। जिनमें से 6542 व्यक्ति कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, "कोरोना तो है और अभी बहुत समय तक रहने वाला है। ऐसा नहीं है कि कोरोना एक-दो महीने में खत्म हो जाएगा। कोरोना को रोकने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से काफी कुछ किया गया है। पहले किसी को यह अंदाजा नहीं था कि कोरोना वायरस किस तरह का व्यवहार करता है और यह कैसे काम करता है। हमारे देश में और अन्य देशों में बहुत कुछ फर्क तो है। हमारे देश में कोरोना का खतरा अमेरिका के मुकाबले कम लगता है।"
दिल्ली में 4454 एक्टिव मरीज हैं और 91 लोग आईसीयू में हैं, जबकि उसमें से भी सिर्फ 18 लोग वेंटिलेटर पर हैं। दिल्ली सरकार के मुताबिक बाकी देशों में बहुत बड़ी संख्या में मरीज वेंटिलेटर पर और आईसीयू में हैं। दिल्ली में बढ़ रहे मरीजों की तादात पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मरीजों की संख्या को बेस पर नहीं लेना चाहिए बल्कि मरीजों की वृद्धि दर क्या है, ये मायने रखता है।
गौरतलब है कि दिल्ली में प्रति 10 लाख की आबादी पर करीब 2300 टेस्ट हो रहे हैं। दिल्ली सरकार उन सभी इलाकों को हॉटस्पॉट मानकर सील कर रही है जहां कोरोना के 3 से अधिक मामले एक साथ पाए गए हैं।
वहीं दिल्ली में अब कुल 84 कोरोना कंटेनमेंट जोन है। इन इलाकों को दिल्ली सरकार ने दिल्ली पुलिस की मदद से पूरी तरह सील कर दिया है। किसी भी कोरोना कंटेनमेंट जोन या कोरोना हॉटस्पॉट में बाहर का कोई व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता। इसी तरह इन कंटेनमेंट जोन में रह रहे लोग भी इस इलाके से बाहर नहीं आ सकते। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि कोरोना का संक्रमण इन क्षेत्रों से निकलकर अन्य इलाकों में न फैल सके।