Highlights
- कोरोना वायरस से संक्रमित 3 मरीजों की जान भी गई है, जिसके साथ ही मृतकों की संख्या 25,113 हो गई है।
- दिल्ली में मंगलवार को 65,487 सैंपल्स की जांच की गई और पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 8.37 फीसदी तक पहुंच गया।
- दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के कुल मिलाकर 531 मरीज भर्ती हैं जिनमें से 308 मरीजों में हल्के लक्षण हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 5,481 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही शहर में अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 14,63,701 हो गई है। बीते 24 घंटों में वायरस से संक्रमित 3 मरीजों की जान भी गई है, जिसके साथ ही मृतकों का आंकड़ा भी 25,113 पर पहुंच गया है। दिल्ली में मंगलवार को 65,487 सैंपल्स की जांच की गई और 5 हजार से ज्यादा मामले मिलने के साथ ही पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 8.37 फीसदी तक पहुंच गया।
वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं 14 मरीज
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, अब शहर में ऐक्टिव मामलों की संख्या 14,889 हो गई है। बीते 24 घंटों में 1575 लोगों ने वायरस को मात भी दी है जिसके साथ ही इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 14,23699 हो गई है। दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के कुल मिलाकर 531 मरीज भर्ती हैं जिनमें से 308 मरीजों में हल्के लक्षण हैं। वहीं, अस्पतालों में भर्ती 168 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं जबकि 14 मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।
दिल्ली में लगेगा वीकेंड कर्फ्यू: सिसोदिया
बता दें कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ के प्रसार के कारण संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देजनर दिल्ली सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आवश्यक सेवाओं के अलावा, सभी सरकारी अधिकारी घर से काम करेंगे जबकि निजी कार्यालयों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ काम करने की अनुमति होगी। सरकार ने साथ ही कहा कि दिल्ली के ऐसे सभी निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम में जहां 50 या उससे अधिक बिस्तर हैं, उनकी कुल बिस्तर क्षमता का कम से कम 40% #COVID19 रोगियों के लिए आरक्षित किया जाएगा।
‘बसों और मेट्रो को पूरी क्षमता से चलाया जाएगा’
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक के बाद सिसोदिया ने कहा, ‘शनिवार और रविवार को कर्फ्यू रहेगा। लोगों से अनुरोध किया जाता है कि बेहद जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें।’ उन्होंने कहा कि सरकार को डर है कि बस स्टॉप और मेट्रो स्टेशन संक्रमण के तेजी से फैलने का केन्द्र बन सकते हैं, क्योंकि बैठने की क्षमता आधी होने से लंबी कतारें लग रही हैं। इसलिए, बसों और मेट्रो को पूरी क्षमता के साथ चलाने का फैसला किया गया है। सिसोदिया ने कहा कि किसी को भी बिना मास्क के यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।