नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के लिए जांच की क्षमता ‘‘पूर्णता के स्तर’’ पर पहुंच गई है और प्रयोगशालाओं को एक दिन के अंदर सभी आरटी-पीसीआर की जांच के परिणाम जारी करने में समस्या आ रही है। कोविड-19 का पता लगाने के लिए मंगलवार को 61,778 जांच की गई, जिसमें 26,080 आरटी-पीसीआर जांच थी, जो महानगर के लिए एक दिन में सर्वाधिक है। इसमें 35,698 रैपिड एंटीजन जांच भी शामिल है।
जैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जांच पूर्णता के स्तर पर पहुंच गई है। कई लोग अब कह रहे हैं कि उनकी जांच दो-तीन दिन पहले ही हुई थी।’’ मंत्री ने कहा कि सरकार ने आरटी-पीसीआर की जांच बढ़ाकर 35 हजार तक करने का निर्देश दिया था लेकिन प्रयोगशालाओं को एक दिन के अंदर सभी जांच के परिणाम जारी करने में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक नई समस्या आ गई है।’’
जैन ने कहा कि बुधवार को संक्रमण की दर कम होकर 8.49 फीसदी हो गई जबकि सात नवंबर को यह दर 15.26 फीसदी थी। उन्होंने कहा कि ऐसे बिस्तर जिन पर मरीज नहीं हैं उनकी संख्या चार दिन पहले 7844 थी जो अब बढ़कर 9138 हो गई है। पिछले कुछ दिनों में उपलब्ध आईसीयू बिस्तरों की संख्या भी बढ़कर 1057 हो गई है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए 50 फीसदी से अधिक बिस्तर आरक्षित हैं। दिल्ली में बुधवार को कोविड-19 के 5246 नये मामले सामने आए जबकि 99 और लोगों की मौत के साथ मरने वालों की संख्या 8720 हो गई। पांच दिनों के बाद पहली बार राष्ट्रीय राजधानी में एक दिन में मरने वालों की संख्या 100 से कम हुई है।