Corona Cases in Delhi: कोरोना एक बार फिर पैर पसार रहा है। अप्रैल माह शुरू होते—होते ये लगने लगा था कि अब कोरोना देश से विदा हो रहा है। इस कारण मास्क की अनिवार्यता को भी खत्म कर दिया गया था, लेकिन ये कोरोना है कि जाने का नाम ही नहीं ले रहा। इसी अप्रैल के जाते—जाते कोरोना के केसेस फिर बढ़ने लगे हैं। लिहाजा दिल्ली, यूपी, हरियाणा सहित देश के कई राज्यों की सरकारों ने फेस मास्क पहनना फिर अनिवार्य कर दिया है और मास्क न लगाने पर 500 रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। चिंता सिर्फ यह नहीं है कि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, चिंता तो यह है कि कोरोना संक्रमण की दर तेजी से बढ़ रही है, जो डराने वाली है।
जी हां, दिल्ली में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटे में 1 हजार के आसपास कोरोना संक्रमित मिले हैं। 12 अप्रैल को जहां दिल्ली में कोरोना के 141 मामले थे, वह 15 अप्रैल को 325, 17 अप्रैल को 461, 18 अप्रैल 517 और 22 अप्रैल तक बढ़कर 965 से भी ज्यादा हो गए हैं। राजधानी में कोरोना की बढ़ती रफ्तार ने केंद्र सरकार के माथे चिंता की लकीरें बढ़ा दी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार पर दिल्ली सरकार को चिट्ठी लिखकर चिंता जताई है।
यूपी में भी बढ़े केस, एनसीआर और लखनऊ में मास्क अनिवार्य
ये चिंता सिर्फ दिल्ली तक नहीं, बल्कि दिल्ली के बाद गाजियाबाद और नोएडा में भी कोरोना के मामलों में उछाल आना शुरू हो गया है। पिछले कुछ दिनों में गाजियाबाद और नोएडा में काफी केस बढ़े हैं। यूपी में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 856 हो चुकी है। इसी बीच नोएडा में 103 और गाजियाबाद में 33 नए मरीजों की पुष्टि हुई। हर नए दिन के साथ कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनसीआर और लखनऊ में सार्वजनिक स्थलों पर मास्क अनिवार्य कर दिया है।
दिल्ली: 18 से 59 आयुवर्ग के लोगों के लिए फ्री में बूस्टर डोज
राजधानी में कोरोना के डराते आंकड़ों की आफत के बीच राहत की खबर ये है कि अब दिल्ली में 18 से 59 साल की आयुवर्ग के लोगों को बूस्टर डोज निशुल्क लगाया जाएगा। दिल्ली सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर यह फैसला लिया है। स्वास्थ्य विभाग के नए आदेश के तहत 21 अप्रैल से दिल्ली में 18 से 59 साल की आयुवर्ग के लिए सभी पात्र लोगों एहतियाती खुराक सभी सरकारी कोविड वैक्सीनेशन सेंटर पर 21 अप्रैल से मुफ्त उपलब्ध हो रही है। यही नहीं, दिल्ली में सभी कोविड संक्रमित लोगों के नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग भी शुरू की गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या ये कोई नया वेरिएंट हैं, जो राजधानी में फैल गया है। उधर, दिल्ली सरकार ने यह निर्णय लिया है कि राजधानी के स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी, लेकिन उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि हर स्कूल में कोविड नियमों का कड़ाई से पालन हो। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया खुद इस मामले पर नजर रखे हुए हैं।
कोरोना से 24 घंटे में 54 मौतें, अकेले केरल में 48 जानें गईं
कोरोना के मामले सिर्फ दिल्ली—एनसीआर ही नहीं, बल्कि देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यही कारण है कि कोरोना की चौथी लहर की आशंका जताई जा रही है। देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 54 मामले सामने आए, जिनमें अकेले केरल में 48 लोगों की मौत हुई है। वहीं दिल्ली, गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र, पंजाब और उत्तराखंड में एक-एक मामला सामने आया है। इन आंकड़ों से स्प्ष्ट है कि कोरोना सिर्फ किसी एक हिस्से तक ही सीमित नहीं है।
जहां जुर्माना नहीं, वहां बिना मास्क के बेखौफ घूम रहे लोग
कोरोना की चौथी लहर के कहर से बचने के लिए लोगों को सामाजिक दूरी का प्रयोग करने व मास्क का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है। लेकिन इसके बाद भी लोगों की लापरवाही लगातार बढ़ती जा रही है। बाजारों में लोग बिना मास्क के घूमते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, जिस समय कोरोना संक्रमण पीक पर था। उस समय लोग बीमारी को लेकर अधिक गंभीर थे। लोगों के चेहरे पर मास्क दिखाई देता था। और सामाजिक दूरी का प्रयोग होता था। लेकिन संक्रमण थमने के बाद लोग फिर पूरी तरह लापरवाह हो गए।
चीन: शंघाई में लॉकडाउन 26 अप्रैल तक बढ़ा
ये लापरवाही कहीं देश को भारी न पड़ जाए। क्योंकि हमारे देश की सीमा से सटे पड़ोसी देश चीन में भी हालात बेहद बुरे हैं। चीन के औद्योगिक शहर शंघाई में संक्रमण से मौत के मामले बढ़ने पर लॉकडाउन 26 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है। जीरो कोविड पॉलिसी अपनाने वाले चीन में कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन से लोग परेशान हैं। शंघाई में गुरुवार को कोविड-19 से 11 और मरीजों की मौत के बाद बढ़ते जन आक्रोश की खबरों के बीच शहर में लॉकडाउन को 26 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला करना पड़ा है। 6 करोड़ की आबादी वाले शंघाई में कोरोना वायरस की मौजूदा लहर के दौरान मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 36 हो गयी है। शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, शहर में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 17,629 नए मामले आए हैं।
ताकतवर चीन की इस बेहाली से हमें सबक लेना होगा। यदि अभी से जरूरी उपाय नहीं किए गए, लापरवाही बनी रही, तो कोरोना की चौथी लहर को रोकना आसान नहीं होगा।