नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में इजाफा होने के साथ ही यहां संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 38958 हो गए हैं, वहीं कंटेनमेंट जोन की संख्या 241 हो गई है। वर्तमान में उत्तरी जिले में सर्वाधिक 36 कंटेनमेंट जोन है, वहीं दक्षिण पश्चिम दिल्ली में 34 तो दक्षिणी दिल्ली में 32 कंटेनमेंट जोन हैं। उत्तर पश्चिमी, पश्चिमी और पूर्वी दिल्ली में 22-22, दक्षिण पूर्व और सेंट्रल दिल्ली में 19-19, नई दिल्ली और शाहदरा में 16-16 और नार्थ ईस्ट दिल्ली में 3 कंटेनमेंट जोन है। दिल्ली में शनिवार को 24 घंटे में कोरोना के 2134 नए मामले सामने आए है। दिल्ली में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 38958 पहुंच चुकी है। पिछले 24 घंटे में 57 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में अबतक कोरोना की वजह से 1271 लोगों की मौत हो चुकी है।
सोशल मीडिया पर एक निजी अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज में अत्यधिक खर्च आने की चर्चा होने के बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा कि उन्होंने सभी अस्पतालों से शुल्क का ब्योरा मांगा है। साथ ही, इसका अवलोकन करने के बाद किसी इस पर कदम उठाने के बारे में निर्णय किया जाएगा। मैक्स अस्पताल का दर सूची (रेट कार्ड) शुक्रवार को सोशल मीडिया पर फैल गया।
जहां कई लोगों ने इस बात का जिक्र किया कि आम आदमी के लिये ये शुल्क अत्यधिक हैं। दर सूची में यह अंकित है कि अस्पताल वेंटिलेटर के साथ आईसीयू के लिये 72,000 रुपये ले रहा है। वहीं, यह अस्पताल चलाने वाले मैक्स हेल्थकेयर ने कहा कि सोशल मीडिया पर मौजूद इस दर सूची में सभी तथ्य शामिल नहीं हैं, जैसे कि नियमित जांच, नियमित दवाइयां, चिकित्सक और नर्स के शुल्क आदि को शामिल किया जाना।
जैन ने कहा, ‘‘सभी अस्पतालों से यह कहा गया है कि वे कोविड-19 के इलाज के लिये जा रही शुल्क दर साझा करें। आगे क्या करना है, इस बारे में हम प्रत्येक अस्पताल का अवलोकन करने के बाद फैसला करेंगे।’’