नई दिल्ली। दिल्ली नार्थ ईस्ट दंगे मामले में दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल रत्न लाल की हत्याकांड को लेकर 17 आरोपियों के खिलाफ आज कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होगी। आरोपियों के खिलाफ क्राइम ब्रांच की SIT आज कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी। इस मामले में दिल्ली पुलिस आज 2 बजे कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी। बता दें कि, उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में उपद्रवियों ने रत्न लाल की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी थी और शाहदरा जिले DCP और ACP पर जानलेवा हमला किया था।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की SIT ने हेड कांस्टेबल रत्न लाल की हत्या के आरोप में 17 लोगों को आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया गया है। जिनके खिलाफ यह चार्जशीट दाखिल हो रही है। इस मामले में करीब 50 से ज्यादा लोगों लो गवाह बनाया गया है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में सबूत के तौर पर सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल फुटेज, लोगों के बयान, मोबाइल कॉल डीटेल्स मौके पर मौजूद चश्मदीदों के बयान और पुलिस पुलिसकर्मियों के बयान भी शामिल किए गए हैं।
दिल्ली दंगों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत हुई थी जबकि शाहदरा जिले के DCP अमित शर्मा और गोकुल पूरी के ACP अनुज कुमार घायल हुए थे। बता दें कि, 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगे हुए थे। दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस ने 750 से ज्यादा FIR दर्ज की थीं। दिल्ली दंगों में 53 लोगों की जान गई थी इनमें दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल रतनलाल की भी मौत हुई थी।
हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत में वजीराबाद रॉड पर दंगों के दौरान हुई थी। सीएए के खिलाफ मेन वजीराबाद रोड पर चांद बाग में जनवरी से धरना जारी था। लेकिन उत्तर पूर्वी दिल्ली दंगों के दौरान 24 फरवरी को दोपहर के समय लोगों की भीड़ अचानक में वजीराबाद रॉड पर आ गयी और महिलाओं की ये भीड़ अच्चानक हिंसक हो गयी और अचानक पुलिस टीम पर हमला कर दिया। जिसके कारण सार्वजनिक और निजी संपत्ति का तो भारी नुकसान हुआ ही साथ ही HC रतन लाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इस दंगे में HC रतन लाल की हत्या के अलावा डीसीपी शाहदरा अमित कुमार शर्मा, गोकुल पूरी के ACP अनुज कुमार और दूसरे पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आईं थी। इतना ही नहीं भीड़ ने घायल पुलिस अधिकारियों का पीछा किया जैसे तैसे घायल पुलिसकर्मी मोहन नर्सिंग होम में इलाज कराने के लिए पहुंचे लेकिन हिंसक भीड़ वहां भी पहुंच गई और मोहन नर्सिंग होम में भी तोड़फोड़ की थी। इसके बाद दंगाई CAA के खिलाफ जहां प्रदर्शन चल रहा था उसी के पास बने मेन वज़ीराबाद रोड पर सप्तऋषि भवन में घुस गए थे और सप्तऋषि भवन की छत से दंगाई गोलीबारी और पथराव कर रहे थे।