नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन टूट गया है। आम आदमी पार्टी की ओर से आज ये स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली विधानसभा का चुनाव वह अकेले लड़ेगी। कांग्रेस के साथ सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया गया था।दरअसल, आज आम आदमी पार्टी ने विधायकों की मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग के बाद दिल्ली के संयोजक गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा। दिल्ली विधानसभा के चुनाव 2025 की शुरुआत में होनेवाले हैं।
दिल्ली में आप-कांग्रेस गठबंधन की करारी हार
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनावों को लेकर दिल्ली में गठबंधन किया था। दिल्ली की सात में से चार सीटों पर आम आदमी पार्टी ने और तीन पर कांग्रेस ने उम्मीदवार उतारे थे। लेकिन 2019 की तरह इस बार भी सातों सीटों पर बीजेपी का परचम लहराया और इस गठबंधन का भी कोई फायदा दोनों पार्टियां नहीं उठा सकी।
अकेले दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ेगी AAP
अब लोकसभा चुनाव के परिणाम सामने आने के बाद आज आम आदमी पार्टी ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया। आम आदमी पार्टी की मीटिंग में कांग्रेस के साथ गठबंधन से अलग होने का फैसला लिया गया। आप ने फैसला लिया है कि वह दिल्ली विधानसभा का चुनाव अकेले लड़ेगी।
हार की वजह
दरअसल, गठबंधन की हार की यह वजह भी बताई जा रही है कि चुनाव में दोनों पार्टियों अपने वोट एक दूसरे के दल में शिफ्ट कराने में नाकाम रहीं। साथ ही पार्टी के बड़े नेताओं के जेल में रहने के चलते चुनावी अभियान भी अपने पूरे रंग में नहीं आ सका। वहीं स्वाति मालीवाल से बदसलूकी का मामला भी आम आदमी पार्टी पर भारी पड़ा। पार्टी पूरी तरह से डिफेंसिव मोड में आ गई। वही बीजेपी ने इसे महिला सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा बना लिया। इससे आम आदमी पार्टी के अभियान को धार नहीं मिल सकी।