नई दिल्ली। दिल्ली कैबिनेट की बैठक में 9वीं कक्षा के मेधावी छात्रों को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। दिल्ली के सभी विद्यालयों में 9वीं कक्षा के एक हजार मेधावी छात्रों को 5000 रुपए की राशि विज्ञान छात्रवृत्ति के रूप में देने के लिए मुख्यमंत्री विज्ञान प्रतिभा स्कीम (Mukhyamantri Vigyan Pratibha Pariksha Scheme) को मंजूरी दी गई है। दिल्ली सरकार ने कक्षा 9वीं के मेधावी छात्रों के लिए स्कॉलरशिप का ऐलान करते हुए कहा कि इस योजना के माध्यम से बच्चों में वैज्ञानिक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा।
दिल्ली सरकार के मुताबिक 5,000 रुपए की इस स्कॉलरशिप का लाभ दिल्ली के कक्षा 9वीं के 1000 मेधावी छात्रों को मिलेगा। इसके अंतर्गत 8वीं कक्षा में सामान्य वर्ग में 60 प्रतिशत व एससी, एसटी, ओबीसी, दिव्यांग वर्ग में 55 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी भाग ले पाएंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारी सरकार ने मेधावी और प्रतिभाशाली छात्रों को बढ़ावा देने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है। ये छात्र हमारे देश का भविष्य हैं। आगे चलकर ये वैज्ञानिक, इंजीनियर, डॉक्टर और आर्किटेक्ट इत्यादि बनेंगे और हमारे देश का नाम रौशन करेंगे। वहीं उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि छात्रवृत्ति स्कूली स्तर पर माध्यमिक कक्षाओं में विज्ञान शिक्षा को बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार बच्चों में उत्कृष्टता और वैज्ञानिक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
विद्यालय और कार्यालय होंगे डिजिटल
वहीं, दिल्ली के शिक्षा विभाग ने अपने विद्यालयों एवं दफ्तरों में प्रशासनिक कार्यों का पूर्णतः डिजिटाइजेशन करने का निर्णय लिया है। शिक्षा विभाग द्वारा अपने अलग-अलग विभिन्न कार्यालयों में दैनिक कार्यों के लिए 1200 कंप्यूटर,1200 एमएफपी प्रिंटर व 1200 यूपीएस लगाने का निर्णय लिया है। डिजिटाइजेशन का मकसद बताते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार अपने सभी कार्यालयों में काम के माहौल को बेहतर बनाना चाहती है।
सिसोदिया ने कहा कि कार्यालयों में कार्यभार को आसान बनाने में मदद मिलती है। दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग ने इस योजना के लिए 10.85 करोड़ रुपए जारी किए हैं। उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार शिक्षा विभाग को डिजिटल किए जाने के लिए सभी सहायता देने को प्रतिबद्ध है। आधिकारिक कार्य करने में बचाया गया प्रत्येक मिनट बच्चों को शिक्षण अधिगम में जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार अपने सभी कार्यालयों में काम के माहौल को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।