नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के 14 दिसंबर को होने वाले उपवास का समर्थन किया है। सीएम केजरीवाल ने रविवार को कहा कि किसानों ने आह्वान किया है कि कल (14 दिसंबर) एक दिन का उपवास रखना है। आम आदमी पार्टी इसका पूरा समर्थन करती है। मैं भी कल अपने किसान भाइयों के साथ उपवास रखूँगा। केजरीवाल ने देश की जनता से अपील की है कि किसानों के समर्थन में सब लोग एक दिन का उपवास रखें। मैं भी कल उनके साथ एक दिन का उपवास रखूंगा।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि 'मैं आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से अपील करता हूं कि वो भी किसानों की इन मांगों के समर्थन में उपवास रखें। ऐसे सभी लोग जो दिल से किसानों के साथ हैं पर अपनी व्यस्तता के कारण बॉर्डर पर नहीं जा पाए, उनको अब मौका मिला है। वो भी एक दिन का उपवास ज़रूर रखें।' सीएम केजरीवाल ने कहा कि जिस तरह से हमारे आंदोलन को उन दिनों में कांग्रेस के द्वारा बदनाम करने की कोशिश की जा रही थी। आज वही कोशिश किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के लिए भाजपा और सत्ता पक्ष कर रहा है।
क्या किसानों का समर्थन करने वाले देशद्रोही?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार के कुछ मंत्री और बीजेपी नेता कह रहे हैं कि किसान राष्ट्र-विरोधी हैं. कई पूर्व सैनिक, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी, गायक, मशहूर हस्तियां, डॉक्टर, व्यापारी किसानों का समर्थन कर रहे हैं। बीजेपी से पूछना चाहता हूं कि क्या ये सभी लोग भी देशद्रोही हैं?
साथ ही आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं राज्यसभा सदस्य और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने ट्विट करते हुए कहा है कि 'किसान आंदोलन के समर्थन में 14 दिसंबर को आप उत्तर प्रदेश के साथी 75 ज़िलों में अपने पार्टी मुख्यालय पर “अन्नदाता के लिये अनशन” करेंगे।'
किसान आंदोलन के समर्थन में सोमवार को सामूहिक उपवास करेगी 'आप': गोपाल राय
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। ऐसे में अब आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि किसान आंदोलन के समर्थन में 14 दिसंबर को पूरे देश में 'आप' कार्यकर्त सामूहिक उपवास रखेंगे। आप विधायक, पार्षद और पदाधिकारी सोमवार सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक पार्टी मुख्यालय पर किसान आंदोलन के समर्थन में सामूहिक उपवास रखेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि, भाजपा की केंद्र सरकार ने माना है कि तीनों कृषि कानूनों में कमियां हैं। जब सरकार ने खुद माना है कि कानून में संशोधन की जरूरत है तो फिर इसे वापस लेने में क्यों हिचकिचा रहे हैं? आम आदमी पार्टी की अपील है कि प्रधानमंत्री सीधे हस्तक्षेप करें और किसान नेताओं को बुलाकर उनसे मिलें। भाजपा की दिल्ली पुलिस कहती है कि महामारी के हालात में धारा 144 लागू होने के कारण किसान, आम आदमी पार्टी के नेता प्रदर्शन नहीं कर सकते, तो फिर भाजपा के नेता मुख्यमंत्री आवास पर किस एक्ट के तहत धरने पर हैं?
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पुलिस का दुरुपयोग कर अपने हिसाब से दिल्ली व देश को चलाना चाहते हैं, फिर भी किसानों का कानून के खिलाफ 'आप' का आंदोलन आगे बढ़ेगा। वहीं आप किसानों की मांगों के समर्थन में पूरी तरह से हर कदम पर उनके साथ खड़ी है। आंदोलन के साथ-साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं-विधायकों द्वारा सेवादारी का जो कार्यक्रम सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर सहित अलग-अलग बॉर्डर पर चलाया जा रहा है, वो जारी रहेगा।