विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने लव जिहाद को जिहाद के विभिन्न स्वरूपों में सबसे वीभत्स, क्रूर और अमानवीय बताते हुए केंद्र सरकार से लव जिहाद और अवैध धर्मातरण को रोकने के लिए केंद्र सरकार से कठोर केंद्रीय कानून बनाने की मांग की है। विहिप के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने गुरुवार को नई दिल्ली में लव जिहाद की 400 से अधिक घटनाओं की सूची जारी करते हुए कहा, "श्रद्धा की हत्या मामले में इसका सबसे खतरनाक मामला सामने आया है।"
'केरल उच्च न्यायालय ने 2010 में लव जिहाद को धर्मातरण का सबसे खतरनाक रूप बताया था'
उन्होंने सामाजिक असंतोष और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति खतरे का निर्माण करने वाले लव जिहाद और अवैध धर्मातरण को रोकने के लिए एक मजबूत केंद्रीय कानून की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि केरल उच्च न्यायालय ने 2010 में लव जिहाद को धर्मातरण का सबसे खतरनाक रूप बताया था। जैन ने कहा कि इसको मात्र कुछ गलत मानसिकता वाले जिहादी युवकों की क्रूरता कहकर टाला नहीं जा सकता। इसके पीछे मुल्ला-मौलवी व कट्टरपंथी मुस्लिम नेताओं की प्रेरणा और टुकडे टुकडे गैंग का संरक्षण काम करते हैं और इसके लिए उन्हें विदेशों से अकूत धन-राशि प्राप्त होती है।
'पिछले दिनों सर तन से जुदा गैंग जब काफी तेजी से सक्रिय हुआ'
सुरेन्द जैन ने कहा कि अवैध धर्मातरण और लव जिहाद के आतंकी गठजोड़ और इसके अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप के कारण उसे केवल कुछ राज्यों में कानून बनाने से नहीं रोका जा सकता। इसके लिए एक राष्ट्रव्यापी संकल्प जरूरी है जो एक सशक्त राष्ट्रीय कानून से ही संभव हो सकता है। विहिप नेता ने ऐसी परिस्थिति में सरकारों के साथ सामाजिक संगठनों की भी अहम भूमिका का जिक्र करते हुए बताया कि पिछले दिनों सर तन से जुदा गैंग जब काफी तेजी से सक्रिय हुआ था। तब बजरंग दल द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों पर 13 हजार से अधिक कॉल आईं। इनमें से 6285 केवल जानकारी के लिए थी, लगभग 5605 का समाधान किया गया व 9783 कॉल्स के माध्यम से युवा वर्ग बजरंग दल से जुड़ा।