दिल्ली शराब घोटाला मामले में पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट को बताया कि वो आम आदमी पार्टी को इस मामले में आरोपी बनाने पर विचार कर रहे हैं। मनीष सिसोदिया मामले में सुनवाई के दौरान न्यायाधीशों ने प्रवर्तन निदेशालय से पूछा कि अदालत में सिसोदिया के खइलाफ आरोप तय करने की प्रक्रिया अबतक शुरू क्यों नहीं हुई? कोर्ट ने इस दौरान कहा कि इस तरह किसी को भी लंबे समय तक जेल में रखना गलत है।
'राजनीति से प्रेरित है एजेंसी की कार्रवाई'
बता दें कि दिल्ली शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी सीबीआई और ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताती रही है। आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने हाल ही में सत्येंद्र जैन के खिलाफ की गई कार्रवाई पर बयान देते हुए कहा था कि जांच में उनके खिलाफ कुछ नहीं मिाल है। मनीष सिसोदिया पर भी झूठे आरोप लगाए गए हैं, उनके खिालफ भी उन्हें कुछ नहीं मिलेगा। आज भाजपा का विरोध करने की सजा सांसद संजय सिंह को मिल रही है। बता दें कि दिल्ली शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं जैसे मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, संजय सिंह को ईडी और सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। हालांकि सत्येंद्र जैन फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।
संजय सिंह पर आरोप
संजय सिंह को रिमांड में लेकर ईडी द्वारा की जा रही पूछताछ पर आम आदमी पार्टी ने सवाल खड़ा किया है। पार्टी की वरिष्ठ नेता रीना गुप्ता ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने संजय सिंह को 8 दिनों से रिमांड में रखा है। लेकिन केवल तीन घंटे ही उनसे पूछताछ की गई है, जो कि हास्यप्रद है। साथ ही ईडी ने संजय सिंह से ज्यादातर गैर जरूर प्रश्न किए हैं। बता दें कि राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने गिरफ्तारी के बाद हाईकोर्ट का रूख किया था। ट्रायल रिमांड को कोर्ट में चुनौती भी दी गई थी। दरअसल संजय सिंह पर ईडी का आरोप था कि दिल्ली शराब नीति को तैयार करने और उसे लागू कराने में संजय सिंह ने अहम भूमिका निभाई थी, साथ ही इसके जरिए कुछ शराब विक्रेताओं, थोक और खुदरा विक्रेताओं को भी लाभ पहुंचाया गया था।