Highlights
- आरोपी नीरज बिश्नोई कम्प्यूटर साइंस बीटेक में सेकंड ईयर का छात्र है और भोपाल के वैलोर इंस्टीट्यट से पढ़ाई कर रहा था।
- पूछताछ में इसने बताया github अकाउंट ऐप नंवबर 2021 में डेवलप हुआ था और दिसंबर 2021 में ये ऐप अपडेट हुई थी।
- बुल्ली ऐप के अलावा 6 महीने पहले सुल्ली डील्स वाले केस में इसका कोई रोल अब तक सामने नहीं आया है।
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने बुल्ली बाई ऐप के पेज को github के जरिए बनाने वाले और साथ ही ट्विटर पर ये अकाउन्ट चलाने वाले मुख्य आरोपी नीरज बिश्नोई को गिरफ्तार करने का दावा किया है। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी नीरज बिश्नोई ने पूछताछ में बताया कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नही है बल्कि उसने जो किया ठीक किया। शुरुआती पूछताछ में पता लगा है कि नीरज को पूरी मुस्लिम कम्युनिटी से नाराजगी थी और वह उन महिलाओं को टारगेट करता था जो सोशल मीडिया अकाउंट पर मुस्लिम आइडियोलॉजी के साथ काफी ऐक्टिव रहती थी।
‘केस को पूरी तरह सुलझाया गया’
IFSO यूनिट, जिसे साइबर सेल भी कहा जाता है, के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक आरोपी नीरज बिश्नोई जो बुल्ली बाई ऐप का मुख्य साजिशकर्ता और क्रिएटर यानी इसे बनाने वाला मुख्य आरोपी है जिसे जोरहट आसाम से गिरफ्तार करके इस केस को पूरी तरह सुलझा लिया है। एक शिकायतकर्ता ने साउथ ईस्ट दिल्ली पुलिस को शिकायत दी थी कि उसकी फोटो को @bullibai_ ट्विटर हैंडल और दूसरी जगह पर डाला गया जिसके बाद साइबर सेल साउथ ईस्ट पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू की।
असम का रहने वाला है आरोपी
इसके बाद ट्विटर ने उस ट्विटर एकाउंट को सस्पेंड किया और github platform से डिलीट कर दिया। टेक्निकल सर्विलेंस के जरिए आरोपी की पहचान की गई जो असम का रहने वाला था। IFSO यूनिट के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा और एसीपी रमन लांबा के नेतृव में इंस्पेक्टर विजेंदर, सब इंसेक्टर नीरज की एक टीम का गठन करके आरोपी को पकड़ने के लिए असम रवाना किया गया। इस टीम ने असम में रेड्स की और नीरज बिश्नोई नाम के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया।
बीटेक में सेकंड ईयर का छात्र है आरोपी
पूछताछ में इसने बताया कि इसी ने github पर बुल्ली बाई ऐप बनाया साथ ही ट्विटर पर @bullibai_ एकांउन्ट भी इसी ने बनाया था। आरोपी नीरज बिश्नोई कम्प्यूटर साइंस बीटेक में सेकंड ईयर का छात्र है और भोपाल के वैलोर इंस्टीट्यट से पढ़ाई कर रहा था। पूछताछ में इसने बताया github अकाउंट ऐप नंवबर 2021 में डेवलप हुआ था और दिसंबर 2021 में ये ऐप अपडेट हुई थी। साथ ही इसने @sage0x1 नाम से ट्विटर एकाउंट भी बनाया था।
नीरज ने बनाया एक और ट्विटर अकाउंट
साथ ही ये सोशल मीडिया के जरिए न्यूज में चल रही खबरों पर नजर बनाए हुआ था और इसने एक और ट्विटर एकाउंट @giyu44 बनाया और ट्वीट किया कि मुम्बई पुलिस ने गलत लोगो को गिरफ्तार किया है। फिलहाल मुम्बई पुलिस ने बैंगलोर और उत्तराखंड से जिस महिला को गिरफ्तार किया है, सूत्रों के मुताबिक उनका डायरेक्ट लिंक नीरज से नहीं था और वे सोशल मीडिया के जरिए सम्पर्क में रहते होंगे। उत्तराखंड से गिरफ्तार श्वेता ने अकांउन्ट बनाकर नीरज को दे दिया था जिसे वो हैंडल कर रहा था।
सुल्ली डील्स वाले मामले में अब तक कोई रोल नहीं
बुल्ली ऐप के अलावा 6 महीने पहले सुल्ली डील्स वाले केस में इसका कोई रोल अब तक सामने नही आया है। github और ट्विटर ने पुलिस की कोई मदद नही की, ये गिरफ्तारी टेक्निकल सर्विलेंस के जरिए अंजाम दी गई है। आरोपी नीरज को IFSO यूनिट ने ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के घर पर पेश किया और 7 दिन की पुलिस कस्टडी की मांग की। जज ने आरोपी को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया। IFSO यूनिट अब पुलिस कस्टडी में लेकर इससे पूछताछ करेगी ताकि इसकी मंशा, मंसूबे और अगर को और साथी है उसका पता लगाया जा सके।