नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली के सुंदरनगरी इलाके में हुई भाजपा के मुस्लिम नेता की हत्या में मामले में दिल्ली पुलिस ने दो भाईयों को गिरफ्तार किया है। सोमवार को सुंदरनगरी में 57 वर्षीय भाजपा नेता ज़ुल्फ़िकार कुरैशी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि उनके बेटे उनको बचाने के प्रयास में मारे गए थे। नॉर्थ ईस्ट जिले के डीसीपी वेद प्रकाश सूर्या ने बताया कि जिन्हें पकड़ा गया है उनके नाम मोहम्मद खालिद और तारिक अली है, दोनों सुंदरनगरी के ही रहने वाले हैं और पुलिस उनके भाई नासिर को पकड़ने की कोशिश कर रही है।
डीसीपी सूर्या ने कहा कि जांच के दौरान, यह सामने आया कि कुरैशी का नासिर और उसके परिवार के साथ पुराना व्यापारिक विवाद था, क्योंकि दोनों पक्षों ने स्क्रैप शॉप चलाते थे। डीसीपी ने बताया कि ज़ुल्फ़िकार कुरैशी के बेटे जाबाज ने इलाके के दौरान हमलावरों के नाम बताए, जिसके बाद उनकी कॉल रिकॉर्ड खंगाली गईं और लोकेशन ट्रेस की गई औऱ फिर उनके ठिकानों का पता कर छापे मारे गए। तारिक और खालिद को छापेमारकर गिरफ्तार किया गाय।
पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने निजी दुश्मनी को लेकर कुरैशी की हत्या की।
डीसीपी ने बताया, "तारिक ने पुलिस को बताया कि उनका परिवार स्क्रैप डीलिंग में था और कुरैशी के घर से उनकी दुकानें सटी हुईं थीं, जिसके कारण उनके बीच व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता थी। आरोपियों ने आरोप लगाया कि कुरैशी उनकी स्क्रैप की दुकान के खिलाफ झूठी शिकायतें करता था, जिसके कारण उन्हें अक्सर लंबे समय तक दुकानें बंद रखनी पड़ती थीं। उन्होंने कुछ समय के लिए कुरैशी के साथ अपने मुद्दों को सुलझाने की कोशिश की लेकिन वह हमेशा उनके साथ दुर्व्यवहार करता था , जिससे परेशान आकर उन्होंने कुरैशी को मारने का फैसला किया।"
कुरैशी के साले मोहम्मद कमरुद्दीन ने कहा कि वो एक आरटीआई कार्यकर्ता थे, जो पहले पूर्वोत्तर दिल्ली के भाजपा अल्पसंख्यक सेल के सचिव थे। उन्होंने कहा, "वो RSS नेता इंद्रेश कुमार द्वारा बनाए गए हिमालय परिवार की पूर्वी यूनिट के अध्यक्ष थे। उन्हें सभी स्क्रैप डीलरों द्वारा लगातार धमकी दी गई थी लेकिन वह ईमानदारी के साथ अपना काम कर रहे थे।"