Highlights
- विपक्ष ने की नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग
- रैली के भाषणों की दिल्ली पुलिस कर रही है जांच
- VHP और अन्य आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज
Hate Speech in VHP Rally: विश्व हिंदू परिषद (VHP) की दिल्ली में आयोजित हुई रैली में बीजेपी सांसद परवेश वर्मा और पार्टी के लोनी से विधायक नंदकिशोर गुर्जर की ओर से दिए भाषणों की दिल्ली पुलिस जांच कर रही है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि भाषणों को विश्लेषण के लिए लिखित रूप में बदला जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्मा के खिलाफ शिकायत मिली है, लेकिन उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने नफरत भरे भाषणों के लिए बीजेपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। घटना के कई वीडियो ऑनलाइन सामने आए हैं। पुलिस ने दिलशाद गार्डन इलाके में रविवार को बिना इजाजत कार्यक्रम आयोजित करने के आरोप में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और अन्य आयोजकों के खिलाफ सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की थी।
भाषणों को लिखित रूप में बदला जा रहा: पुलिस
VHP ने कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं लेने के पुलिस के दावे को हास्यास्पद बताया और कहा कि दिलशाद गार्डन में हुए इस कार्यक्रम में पुलिसकर्मी तैनात थे। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि कार्यक्रम के दौरान दिए गए सभी नफरती भाषणों को करीब से देखा जा रहा है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "जांच चल रही है। परवेश वर्मा और नंदकिशोर गुर्जर सहित उपस्थित लोगों की ओर से दिए गए सभी भाषणों की जांच की जा रही है। विश्लेषण के लिए उनके भाषणों को लिखित रूप में बदला जा रहा है।"
पुलिस से अनुमति न लेने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत प्रख्यापित आदेश की अवज्ञा) के तहत आयोजकों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। कार्यक्रम का आयोजन VHP समेत कई दक्षिणपंथी संगठनों ने किया था।
स्थान बदलकर रामलीला मैदान कर दिया गया: बंसल
विहिप प्रवक्ता विनोद बंसल ने दावा किया था, "अनुमति की तो छोड़िए, हमने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सुझाव और सिफारिश के बाद दिलशाद गार्डन में रामलीला मैदान को आयोजन स्थल के लिए तय किया था। हमारी पहले मनीष के घर के पास बैठक करने की योजना थी, लेकिन पुलिस के अनुरोध पर स्थान बदलकर इसे रामलीला मैदान कर दिया गया।"
मनीष की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी, विरोध में रैली
गौरतलब है कि 19 वर्षीय मनीष की एक अक्टूबर को सुंदर नगरी इलाके में चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। इसके विरोध में विश्व हिंदू परिषद ने कार्यक्रम आयोजित किया गया था। विहिप ने मनीष के घर के पास के इलाके में रैली की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में उन्हें स्थान बदलना पड़ा, क्योंकि पुलिस ने कहा था कि इससे इलाके में तनाव पैदा होगा।