नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद मनोज तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि आम आदमी पार्टी के विधायक भी दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों पर छठ पर्व मनाने की अनुमति चाहते हैं। साथ ही तिवारी ने त्योहार पर से प्रतिबंध हटाने की मांग में सभी राजनीतिक दलों से उनके साथ आने का आग्रह किया। तिवारी ने कहा कि वह यमुना नदी और अन्य जलाशयों के बगल में छठ आयोजित करने की अनुमति की मांग को लेकर अपने उत्तर-पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में सोनिया विहार से रथ यात्रा निकालेंगे। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने पिछले सप्ताह एक आदेश में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर नदी तट, जलाशयों और मंदिरों सहित सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी थी।
बीजेपी सांसद ने कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक भी चाहते हैं कि छठ सार्वजनिक स्थानों पर मनाया जाए लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुद इस त्योहार पर प्रतिबंध का समर्थन किया है। छठ पूर्वांचल के लोगों की भावनाओं से जुड़ा है और सभी राजनीतिक दलों को इस पर से प्रतिबंध हटाने की मांग करनी चाहिए।’’ तिवारी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल से सार्वजनिक स्थानों पर छठ मनाने की अनुमति देने के लिए प्रस्ताव तैयार करने और डीडीएमए से इसे मंजूरी दिलाने की अपील की।
वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अन्य दलों के नेताओं से अपील की कि वे छठ पूजा को लेकर राजनीति नहीं करें। उन्होंने साथ ही कहा कि नदियों के किनारों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा करने पर रोक कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लोगों की सुरक्षा के लिए लगाई गई है। आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख केजरीवाल ने विरोधी दलों के नेताओं से आह्वान किया कि वे इसके बजाय कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को लेकर जागरूकता पैदा करने संबंधी सरकार की कोशिशों में शामिल हो।
केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम भी चाहते हैं कि जिंदगी पटरी पर लौटे और छठ पूजा का पर्व पूरे हर्षोल्लास से मनाया जाना चाहिए लेकिन, लोग जलाशय में खड़े होकर शाम और सुबह का अर्घ्य देते हैं। ऐसे में अगर एक भी व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो तो वह पानी के माध्यम से सभी को संक्रमित कर सकता है और यह एक बड़ा खतरा है।’’
वहीं, बीजेपी और कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने राष्ट्रीय राजधानी में छठ पूजा का पर्व पारंपरिक रूप से मनाने देने की मांग की है। बता दें कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएम) ने एक आदेश जारी कर कोविड-19 महामारी के मद्देनजर छठ पूजा का पर्व नदी के तटों और मंदिरों सहित सार्वजनिक स्थलों पर मनाने पर रोक लगा दी है। पिछले साल भी कोविड-19 महामारी के चलते सार्वजनिक स्थानों पर छठ मनाने पर रोक लगाई गई थी।