अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार ने राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री के घर में जबरदस्ती प्रवेश किया और सुरक्षा के नियमों को तोड़ा। उन्होंने मुख्यमंत्री के घर में हंगामा किया और जन सेवक के काम में दखल अंदाजी की। इससे पहले स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा था कि अरविंद केजरीवाल के पीए विभव ने उनके साथ सीएम आवास में मारपीट की। इस समय केजरीवाल भी घर में मौजूद थे। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है और स्वाति का मेडिकल टेस्ट भी हो चुका है।
विभव ने आरोप लगाया कि स्वाति केजरीवाल पर दबाव बनाने के लिए झूठे आरोप लगा रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि स्वाति के झूठे आरोप गलतफहमी फैला रहे हैं। इस वजह से वह घटना की सच्चाई सबके सामने रख रहे हैं।
विभव के आरोप
विभव के अनुसार 13 मई को सुबह 8.40 बजे स्वाति सीएम आवास पर पहुंचीं। सुरक्षाकर्मी ने पहचान पूछी तो खुद को राज्यसभा सांसद बताया और अंदर जाने के लिए दरवाजा खोलने की बात कही। सुरक्षाकर्मी ने अपॉइंटमेंट न होने के कारण कहा कि वह केजरीवाल से नहीं मिल सकती हैं। इसके बाद स्वाती जबरन अंदर चली गईं। इशके बाद सीएम ऑफिस के स्टाफ ने उन्हें वेटिंग रूम में इंतजार करने को कहा। इस पर स्वाति चिल्लाने लगीं और सीएम के स्टाफ से अपॉइंटमेंट की जांच करने को कहा। सीएम आवास की मुख्य बिल्डिंग के बाहर इंतजार करने के लिए कहने पर वह स्टाफ को गाली देने लगीं। 9 बजे के करीब वह स्टाफ के मना करने पर भी बिल्डिंग के अंदर चली गईं। इस घटना की जानकारी विभव को मिली तो वह मौके पर पहुंचे और स्वाति से कहा कि नियमों के अनुसार वह सीएम से मिलने का समय लेकर आएं। इस पर वह गाली गलौच करने लगीं और कहा कि एक सांसद को रोकने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई।
स्वाती मालीवाल गुस्से में सीएम के घर के अंदर जाने लगीं तो विभव उनके रास्ते में आ गए। इसके बाद स्वाति ने विभव के धक्का दिया और गुस्से में सोफे पर बैठ गईं। उन्होंने पीसीआर में फोन लगाया और बेबुनियाद आरोप लगाने लगीं। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों को बुलाया गया तो स्वाति मालीवाल धमकी देते हुए सीएम आवास से बाहर चली गईं। विभव ने शिकायत में कहा है कि चुनाव के समय में यह बीजेपी नेताओं के कहने पर हुआ होगा। इसलिए स्वाति के कॉल रिकॉर्ड की भी जांच की जानी चाहिए।
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