राजधानी दिल्ली के भजनपुरा में 29 तारीख की रात एक प्राइवेट कंपनी के सीनियर मैनेजर की हत्या कर दी गई थी। इस मामले की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में फरार 2 और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी सोहेल उर्फ बावर्ची और जुबैर कासवारा को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि बदमाश दिल्ली से पंजाब भागने की फिराक में थे। इस मामले में अब चारों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अन्य 2 आरोपियों को बीते कल पुलिस और दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया था।
भजनपुरा हत्याकांड के चारो आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस और स्पेशल सेल ने बीते कल मोहम्मद समीर उर्फ माया और बिलाल गनी उर्फ मल्लू को कल गिरफ्तार किया था। बिलाल गनी उर्फ मल्लू भजनपुरा इलाके का ही रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी को दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज के पास से गिरफ्तार किया था। साथ ही दूसरे मुख्य आरोपी माया गैंग के मुखिया को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था। बता दें कि हरप्रीत और गोविंद को माया ने ही गोली मारी थी। बता दें कि मृतक की पहचान हरप्रीत गिल के रूप में हुई। हरप्रीत एक प्राइवेट करने में सीनियर मैनेजर के पोस्ट पर काम करते थे। बता दें कि इस घटना में घायल शख्स की पहचान गोविंद सिंह के रूप में हुई है।
क्यों हुई थी मैनेजर की हत्या
दरअसल बिलाल 29 अगस्त की रात अपने अन्य चार साथियों मोहम्मद समीर उर्फ माया, सोहेल उर्फ बावर्ची, मोहम्मद जुनैद उर्फ बिरयानी और अदनान उर्फ डॉन के साथ घर पर पार्टी कर रहा था। इस दौरान रात 10 बजे करीब वह अपने दोस्तों के साथ घूमने निकाल। इस दौरान मोहम्मद समीर उर्फ माया के पास पिस्टल थी। इस दौरान घूमते हुए वे भजनपुर की संकरी गलियों में चले गए जहां एक बार में केवल एक ही बाइक निकल सकती थी। इस दौरान दूसरी तरफ से गली में हरप्रीत गिल और गोविंद सिंह आ रहे थे। इस दौरान दोनों चाहते थे कि सामने वाला पक्ष रास्ता दे। इसके बाद विवाद शुरू हुआ और बिलाल आगबबूला हो गया। जुनैद उर्फ बिरयानी ने तुरंत गाड़ी से उतरकर गोविंद सिंह को थप्पड़ मार दिया। जब गोविंद और हरप्रीत बात करने के लिए नीचे उतरने लगे, इसी दौरान मोहम्मद समीर उर्फ माया ने गोली चला दी। गोली हरप्रीत और गोविंद सिंह के सिर में लगी। इस घटना के बाद हरप्रीत की मौके पर ही मौत हो गई। गोविंद सिंह का अस्पताल में इलाज जारी है।