दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा है कि वह दो दिन बाद पद से इस्तीफा दे देंगे। इसके बाद से सियासी नेताओं की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस फैसले पर आम आदमी पार्टी के नेताओं का बयान भी सामने आया है। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ईमानदारी की एक नई मिसाल कायम की है। इस देश की राजनीति में पहली बार ये हुआ है कि किसी नेता ने जनता के जनादेश के लिए कहा कि अगर मेरी ईमानदारी पर भरोसा है तो वोट दो, नहीं तो मत दो। इसलिए अब ये फैसला दिल्ली की जनता करेगी। दिल्ली चुनाव में 6 महीने से भी कम समय है।
कौन होगा अगला मुख्यमंत्री?
वहीं, अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के सीएम बनाने पर आतिशी ने कहा, "अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, ये अहम नहीं है। अहम ये है कि आम आदमी पार्टी की सरकार कितने दिन रहे, वो दिल्ली की जनता के लिए काम करेगी।" उन्होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल जब से दिल्ली के मुख्यमंत्री बने हैं, बीजेपी ने उनका काम रोकने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। 67 सीटों के साथ सीएम बने थे, मई 2015 में ऐसी पाबंदियां लगाई गईं, एनएचए के माध्यम से गैर-कानूनी नोटिफिकेशन लगाया गया, जिसने सारी ताकत छीन ली। एक के बाद एक ऐसे एलजी भेजे गए, जिन्होंने अरविंद केजरीवाल के ऊपर पाबंदी लगाई। 8 साल की कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल सरकार अपने हक में फैसला लेकर आई कि चुनी हुई सरकार के पास ताकत होगी।
"भ्रष्टाचार का एक भी सबूत पेश नहीं कर सके"
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा, "पिछले दो सालों से बीजेपी ने AAP को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। हजारों छापे मारे गए, लेकिन वे भ्रष्टाचार का एक भी सबूत पेश नहीं कर सके। बीजेपी चुनाव से डरती है। बीजेपी जानती है कि जिस तरह से अरविंद केजरीवाल पर झूठे आरोप लगाए गए उससे दिल्ली की जनता नाराज है। इसीलिए बीजेपी चुनाव नहीं चाहती, क्योंकि उन्हें पता है कि दिल्ली की जनता इस गुस्से को अपने वोटों के रूप में व्यक्त करेगी। अगर आज चुनाव हों तो दिल्ली की जनता बीजेपी को एक भी सीट नहीं देगी। 70 की 70 सीटें आम आदमी पार्टी को मिलेंगी।''
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