नई दिल्ली: गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद के बारे में कहा जाता है कि उसकी दिल्ली में कई महंगी संपत्तियां हैं। इन संपत्तियों में शाहीन बाग, ओखला और जामिया नगर में स्थित अपार्टमेंट और ऑफिस स्पेस सहित आवासीय और वाणिज्यिक रियल एस्टेट दोनों शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि ऐसा अनुमान है कि दिल्ली में अतीक का रियल एस्टेट पोर्टफोलियो कई करोड़ रुपये का है। अब जरूरी सवाल यह है कि अतीक के साम्राज्य का वारिस कौन होगा, जिसे अवैध तरीकों से हासिल किया गया था और कई राज्यों में इसकी कीमत करोड़ों में है। अतीक की हत्या के बाद हर कोई जानना चाहता है कि आखिर उसकी बेशुमार दौलत का वारिस अब कौन होगा?
अतीक की संपत्ति की लिस्ट तैयार
प्रयागराज में शनिवार रात पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अतीक और उसके भाई को उस वक्त गोली मारी गई जब उन्हें मेडिकल जांच के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाया गया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। यूपी पुलिस ने अतीक और उसके सहयोगियों की प्रयागराज और कौशाम्बी जैसे जिलों में उनकी अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई के बाद उनकी संपत्तियों की एक लिस्ट तैयार की है। पिछले 50 दिनों में अतीक का पूरा परिवार फरार है और उसका बेटा असद झांसी में मुठभेड़ में मारा गया।
डॉन का करोड़ों का काला साम्राज्य ध्वस्त
माफिया डॉन ने प्रयागराज में अपनी 1,400 करोड़ रुपये की संपत्ति और एस्टेट को भी खो दिया है, और उसकी कई संपत्तियों को सरकार ने ध्वस्त कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का पदार्फाश करके और लगभग 50 शेल कंपनियों का पता लगाकर एक जोर का झटका दिया है, जो अतीक और उसके गिरोह ने जबरन वसूली से अर्जित काले धन को सफेद धन में बदलने के लिए इस्तेमाल किया था।
प्रयागराज में मारे जाने से एक दिन पहले, कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने उसके पास मौजूद हथियारों के एक बड़े जखीरे का पता लगाया था। अतीक और उसके गिरोह की 1,400 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त करने के अलावा, प्रवर्तन निदेशालय की 15 टीमों ने भी अतीक के खिलाफ अपनी मनी लॉन्ड्रिंग जांच तेज कर दी है और 108 करोड़ रुपये की अन्य संपत्ति का खुलासा किया है।
50 से ज्यादा शेल कंपनियों का खुलासा
अतीक पर ईडी की छापेमारी के दौरान बरामद दस्तावेजों से 50 से अधिक शेल कंपनियों का खुलासा हुआ है, जो दस्तावेजों में किसी और के स्वामित्व वाली डमी कंपनियां हैं, लेकिन उनमें अतीक और उसके गिरोह द्वारा निवेश किया गया। ये सभी कंपनियां काले धन के व्यापार नेटवर्क में शामिल थीं और ईडी का जाल एक वकील, अतीक के अकाउंटेंट, एक रियल एस्टेट व्यवसायी, एक पूर्व बसपा विधायक, एक बिल्डर और एक कार शोरूम के मालिक पर गिर गया है, जो अतीक के 'कारोबार' को चलाने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं।
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अतीक से संबंध स्वीकार करने से डरते हैं रिश्तेदार
अतीक अहमद पर हुई कार्रवाई ने उनके परिवार को भी 'बर्बाद' कर दिया है। उसके पांच बेटों में से एक की मौत हो चुकी है, दो जेल में हैं और दो नाबालिग बेटे बाल सुधार गृह में हैं। उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन फरार है और उसके मारे गए भाई अशरफ की पत्नी भी फरार है। उसकी बहन नूरी छिपी हुई है और बहनोई अखलाक जेल में है। उसके रिश्तेदार परिवार के साथ किसी भी तरह के संबंध को स्वीकार करने से डरते हैं।