नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल इन दिनों तिहाड़ जेल में बंद है। उनकी गैरमौजूदगी में पत्नी सुनीता केजरीवाल ने राजनीतिक बागडोर अपने हाथों में ले रखी है। वहीं सुनीता केजरीवाल ने पति अरविंद केजरीवाल से जेल में मुलाकात के लिए समय मांगा लेकिन तिहाड़ जेल प्रशासन की ओर से सुनीता केजरीवाल को अपने पति से 29 अप्रैल को मिलने की अनुमति नहीं दी। आम आदमी पार्टी ने रविवार को इस बात की जानकारी दी। वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि पहले से ही अरविंद केजरीवाल की मुलाकात के कार्यक्रम तय हैं, इसलिए सुनीता केजरीवाल को मिलने की परमिशन नहीं दी गई है।
आप ने एक्स पर किया पोस्ट
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि ‘‘सुनीता केजरीवाल सोमवार को उनसे मिलने वाली थीं, लेकिन तिहाड़ प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। जेल प्रशासन ने अनुमति नहीं देने की कोई वजह नहीं बताई।’’ आप ने ‘एक्स’ पर लिखा कि ‘‘मोदी सरकार के इशारे पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने सुनीता केजरीवाल की अपने पति अरविंद केजरीवाल से होने वाली मुलाक़ात रद्द कर दी। मोदी सरकार अमानवीयता की सारी हदें पार कर रही है।’’ आगे लिखा है कि ‘‘एक निर्वाचित मुख्यमंत्री के साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। मोदी सरकार देश की जनता को बताये कि आख़िर वह किस वजह से सुनीता केजरीवाल को अपने पति अरविंद केजरीवाल से मिलने नहीं दे रही है?’’
पहले से दो मुलाकातें तय
वहीं तिहाड़ सूत्रों के मुताबिक सोमवार को दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी को अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करने जेल आना है। वहीं उसके अगले दिन पंजाब के सीएम भगवंत मान को अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करनी है। ऐसे में सुनीता केजरीवाल को सोमवार को अरविंद केजरीवाल से मिलने की इजाजत नहीं दी गई है। तिहाड़ प्रशासन का कहना है इन दोनों मुलाकातों के बाद सुनीता केजरीवाल को मिलने की इजाजत दी जाएगी, यानी मंगलवार के बाद सुनीता केजरीवाल, अरविंद केजरीवाल से जेल में मुलाकात कर सकती हैं।
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