नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरूवार सुबह से हलचल तेज थी। हलचल की वजह राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल थे। केजरीवाल को आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश होना था। ED ने भी इसके लिए विशेष तैयारियां की थीं। दिल्ली पुलिस भी एक्टिव थी। पुलिस को आशंका थी कि इस पेशी के लिए जाने के दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता जबरदस्त बवाल काटेंगे। इससे निपटने के लिए पुलिस बल ने कई विशेष इतंजाम किए थे। पुलिस ने राजघाट पर भी सुरक्षा को लेकर कई तैयारियां की थीं, लेकिन सभी तैयारियां धरी की धरी रह गईं। केजरीवाल ईडी के समक्ष पेश होने की बजाय मध्य प्रदेश चले गए।
अनुमान था की सीएम केजरीवाल राजघाट आएंगे
दिल्ली पुलिस को अनुमान था कि अरविंद केजरीवाल ED कार्यालय जाने से पहले राजघाट आएंगे। यहां किसी तरह की दिक्कत ना हो, इसके लिए तमाम इंतजाम किए गए थे। रस्सियों से राजघाट के बाहर बैरीकेडिंग की गई। पुली और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की कई टुकडियां तैनात की गईं। लेकिन केजरीवाल ना ही तो राजघाट पहुंचे और ना ही ईडी कार्यालय। उन्होंने एक चिट्ठी लिखते हुए ED से कहा कि वह चुनावी कार्यक्रम और सरकारी कार्यक्रमों में व्यस्त हैं, इसलिए वह आज पेश नहीं हो सकते। इसके बाद वह मध्य प्रदेश सिंगरौली के लिए रवाना हो गए।
इसके साथ ही उन्होंने चिट्ठी में लिखते हुए कहा कि ईडी का नोटिस गैर कानूनी और राजनीति से प्रेरित है। इस नोटिस को BJP के कहने पर भेजा गया है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि उन्हें नोटिस इसलिए भेजा गया ताकि वह चुनावी राज्यों में चुनाव प्रचार न कर पाएं। उन्होंने कहा कि ED तुरंत नोटिस वापस ले। वहीं सिंगरौली में पार्टी उम्मीदवार के समर्थन में रोड शो करते हुए केजरीवाल ने कहा कि इस एक केजरीवाल को तो गिरफ्तार कर लोगे। हजारों लाखों करोड़ों केजरीवाल को कैसे गिरफ्तार करोगे? ये हमें गिरफ्तार कर ले कोई फर्क नहीं पड़ता। केजरीवाल जेल जाने से नहीं डरता।