Highlights
- भगत सिंह की जयंती पर महा रक्तदान अभियान की शुरुआत
- सभी लोग साल में दो बार रक्तदान करने का संकल्प लें: CM
- अभी कुछ लोग ही स्वेच्छा से रक्तदान करते हैं: केजरीवाल
Bhagat Singh Jayanti 2022: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की जयंती पर महा रक्तदान अभियान की शुरुआत की। इस दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक ने आह्वान किया कि सभी लोग साल में दो बार रक्तदान करने का संकल्प लें। उन्होंने रक्तदान की संस्कृति को अभियान के रूप में बढ़ावा देने की भी जरुरत बताते हुए कहा कि अभी कुछ लोग ही स्वेच्छा से रक्तदान करते हैं।
इस मौके पर मनीष सिसोदिया ने किया रक्तदान
केजरीवाल ने कहा कि वह रक्तदान करना चाहते थे, लेकिन मधुमेह (Diabetes) की समस्या की वजह से ऐसा नहीं कर सकते। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मौके पर मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में रक्तदान किया। आप प्रमुख केजरीवाल ने कहा कि शहर में 70 स्थानों पर शिविर लगाए गए हैं और लोग उत्साह से रक्तदान में भाग ले रहे हैं।
अगले साल ऐसे और शिविर लगाए जाएंगे- केजरीवाल
उन्होंने कहा कि अगले साल ऐसे और शिविर लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भगत सिंह का सपना था कि देश में सभी को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें और किसानों व कामगारों को उनकी मेहनत का फल मिले। उन्होंने कहा कि यदि देश में पांच साल में 130 करोड़ लोगों के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया जाता है, तो बहुत प्रगति होगी।
1500-2000 लोग नियमित रूप से रक्तदान करते हैं: CM
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करने के लिए पूरे साल अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा, ''लगभग 1,500-2,000 लोग नियमित रूप से रक्तदान करते हैं और वह ज्यादातर ऐसे लोग होते हैं, जिन्हें मरीज को रक्त देना होता है। हम बड़े पैमाने पर रक्तदान अभियान चलाकर इसे दिल्ली में संस्कृति का हिस्सा बना सकते हैं।'' मुख्यमंत्री ने कहा, ''एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने में रक्तदान कर सकता है। मैं लोगों से इस अवसर पर साल में कम से कम दो बार रक्तदान करने का संकल्प लेने की अपील करता हूं।''
दिल्ली में सालाना 5-6 लाख यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है: सिसोदिया
उन्होंने कहा कि यह 23 साल की उम्र में स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भगत सिंह को एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में सालाना लगभग पांच से छह लाख यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है और दाताओं की दैनिक संख्या लगभग दो हज़ार है। उन्होंने कहा, ''इस नेक काम के लिए और लोगों को आगे आने की जरुरत है। हर व्यक्ति जो चिकित्सकीय रूप से स्वस्थ है, उसे दूसरों के जीवन को बचाने के लिए रक्तदान करना चाहिए।''