Highlights
- बीजेपी विधायकों को खरीदने के लिए 20-50 करोड़ रुपये खर्च कर रही है: केजरीवाल
- केजरीवाल ने कहा कि सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद हमारा वोट प्रतिशत और बढ़ेगा।
- आम आदमी पार्टी के 49 विधायकों के खिलाफ मामले दर्ज हैं: अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली: दिल्ली और पंजाब में भारी बहुमत से सरकार बनाने के बाद अब आम आदमी पार्टी की निगाहें गुजरात पर टिकी हैं। पार्टी को उम्मीद है कि इन दोनों राज्यों की तरह वह यहां भी कमाल दिखा सकती है और सूबे की राजनीति में अपना असर छोड़ सकती है। यही वजह है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले कुछ समय से गुजरात पर लगातार बयान दे रहे हैं। केजरीवाल ने गुरुवार को कहा है कि उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया के आवास पर सीबीआई की छापेमारी के बाद से गुजरात में आम आदमी पार्टी का वोट शेयर 4 फीसदी बढ़ गया है।
‘गुजरात में AAP का वोट शेयर 4 फीसदी बढ़ा है’
केजरीवाल ने विश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘मनीष सिसोदिया पर छापेमारी के बाद से गुजरात में आप का वोट शेयर 4 फीसदी बढ़ा है। गिरफ्तारी के बाद यह 6 फीसदी तक पहुंच जाएगा।’ उन्होंने सिसोदिया का बचाव करते हुए कहा कि जांच एजेंसी जानती है कि वह निर्दोष हैं, फिर भी उनके खिलाफ कुल 13 मामले दर्ज किए गए हैं। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी के 49 विधायकों के खिलाफ मामले दर्ज हैं।
‘सिसोदिया के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए’
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि सिसोदिया के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘सिसोदिया ने जांच का स्वागत किया, लेकिन मानहानि के मामले की धमकी नहीं दी। CBI ने सिसोदिया के आवास पर छापा मारा, उनके गांव गई, उनके बैंक लॉकर की भी तलाशी ली, लेकिन कुछ नहीं मिला। हम यह साबित करने के लिए आज एक विश्वास प्रस्ताव लाए हैं कि ऑपरेशन लोटस विफल हो जाएगा। हमारे किसी भी विधायक ने पाला नहीं बदला है।’
‘क्या स्कूल और अस्पताल बनाना गलत बात है?’
बीजेपी को निशाने पर लेते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘बीजेपी हर उस जगह की जांच कर रही है जहां AAP ने अच्छा काम किया है। मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद मुझे लगता है कि हमारा वोट प्रतिशत और बढ़ेगा। क्या स्कूल और अस्पताल बनाना गलत बात है? वे विधायकों को खरीदने पर 20 करोड़ रुपये से 50 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं, जो उनकी नजर में गलत नहीं है।’ दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल द्वारा पेश किया गया विश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित हो गया।