नई दिल्ली। इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम स्वास्थ्य सम्मेलन (swasthya sammelan 2021) में रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बढ़ते कोरोना को लेकर कहा कि कुछ एक्सपर्ट्स का ऐसा मानना है कि शायद कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन आया है जो ज्यादा तेजी से फैल रहा है, आप यह देखिए कि परसों दिल्ली में 8 हजार के करीब केस थे फिर 24 घंटे में साढ़े 10 हजार केस सामने आ गए हैं, अगर इसी तेजी से केस बढ़ेंगे तो यह काफी चिंता का विषय है।
कोरोना का नया स्ट्रेन ज्यादा तेजी से फैल रहा है- केजरीवाल
सीएम केजरीवाल ने इंडिया टीवी के स्वास्थ्य सम्मेलन कार्यक्रम में कहा कि जब कोरोना के मामले 200 से कम आ रहे थे, एक-दो दिन तो ऐसे भी थे दिल्ली में जब 100 से भी कम कोरोना के मामले आ रहे थे। पूरे देश में एक वक्त ऐसा था जब 12000 से कम मामले आ रहे थे, तो यह लगने लगा था कि शायद अब कोरोना बीते काल की चीज हो गई है और लोग अपनी जिंदगी नॉर्मल रूटीन में जीने लगे थे। लोग भी कैजुअल हो गए थे, सरकारें भी कैजुअल हो गई थीं, वह भी एक कारण है। लेकिन जितनी तेजी से यह बढ़ रहा है, मैं मानता हूं कि सिर्फ यही कारण नहीं है शायद जो एक्सपर्ट कह रहे हैं कि कोरोना वायरस का जो स्ट्रेन इस बार अटैक किया है वह अलग किस्मम का स्ट्रेन है जो बहुत ज्यादा तेजी से फैल रहा है।
दिल्ली में लगेगा लॉकडाउन?
इंडिया टीवी के स्वास्थ्य सम्मेलन कार्यक्रम में सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि जितनी तेजी से मामले इस वक्त बढ़ रहे हैं, हमारा यह मानना है कि हम अपनी पूरी अल्टीमेट तैयारी करें, अब कोई ढिलाई नहीं दे सकते, अब हमारे पास कोई समय नहीं है, इस चीज को सोचने का भी समय नहीं है कि कितनी और तैयारी करें, जितनी मैक्सिमम से मैक्सिमम तैयारी हम कर सकते हैं उतनी तैयारी हम करेंगे। उसके बाद भी अगर स्थिति कंट्रोल में नहीं आई तो फिर शायद लॉकडाउन लगाने के लिए मजबूर होना पड़े लेकिन हम नहीं चाहते कि लॉकडाउन करना पड़े क्योंकि लॉकडाउन से लोगों की नौकरियां चली जाती हैं, दुकानें बंद हो जाती हैं कमाई खत्म हो जाती है बहुत ज्यादा पीड़ा लोगों को दर्द सहना पड़ता है हम नहीं चाहते कि लॉकडाउन हो तो अभी हम पूरी कोशिश कर रहे हैं लॉकडाउन हम तभी करेंगे जब हमें लगेगा कि हमारे अस्पताल कम पड़ रहे हैं और अस्पताल में इलाज ना मिलने की वजह से लोगों की मौतें होने लग गई हैं तो फिर लोगों की जिंदगियां बचाना जरूरी हो जाएगा अभी तो हम मानते हैं कि आज की जो स्थिति है उसे हम कंट्रोल कर लेंगे।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि हमारे मोटे-मोटे 3 फोकस हैं- सबसे पहला फोकस है कि इस वायरस को फैलने से रोका जाए, स्प्रेड होने से रोका जाए तो इसके लिए हम बार-बार लोगों से अपील कर रहे हैं यह सरकार अकेली नहीं कर सकती है बार-बार लोगों से अपील कर रहे हैं कि मास्क पहने ज्यादा से ज्यादा हाथ धोते रहिए सोशल डिस्टेंसिंग कीजिए। आज इसमें हमने चौथी चीज थोड़ी है कि घर से बाहर कम से कम निकलिए, जब तक बहुत जरूरी ना हो तब तक घर से बाहर मत निकलिए। थोड़े दिन के लिए घर में रहेंगे यह हम जनता से अपील कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा इसे फॉलो करें। वायरस को रोकने के लिए हमने पिछले दो-चार दिन में कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। सभी स्कूल कॉलेज बंद कर दिए हैं। बसों के अंदर 50% ऑक्युपेंसी होगी, मेट्रो के अंदर 50% ऑक्युपेंसी होगी। बार और रेस्टोरेंट भी 50% ऑक्युपेंसी होगी। इस तरह के प्रतिबंध भी लगाए गए हैं।
दूसरा हमारा फोकस एरिया है कि हॉस्पिटल मैनेजमेंट, जो है कि अगर कोई बीमार हो जाए तो उसे अच्छा इलाज मिलना चाहिए सही इलाज मिलना चाहिए। अस्पतालों में बेड की कमी नहीं होनी चाहिए, आईसीयू की कमी नहीं होनी चाहिए, ऑक्सीजन की कमी नहीं होनी चाहिए, वेंटिलेटर की कमी नहीं होनी चाहिए, इसका पूरा इंतजाम हम लोग कर रहे हैं लेकिन इसमें भी जनता के सहयोग की जरूरत है। अक्सर देखने में आया है कि किसी को जरा सा कोरोना हो गया है, उसे कोई कोरोना का लक्षण नहीं है और उसने जाकर अस्पताल में बेड ले लिया है तो आप यह मानिए कि अगर बिना लक्षण वाले मरीजों से हॉस्पिटल के बेड भर गए तो जब कोई सीरियस पेशंट आएगा तो उसे वहां बेड नहीं मिलेगा, तो वह तो अस्पताल के बाहर ही दम तोड़ देगा। तो मेरी सभी से अपील है कि अगर आप बिना लक्षणों वाले कोरोना वायरस के मरीज हैं तो प्लीज आप अस्पताल मत जाइए, अपने घर में होम आइसोलेशन करें और इलाज कराएं। आप अगर घर में रहते हैं तो दिल्ली सरकार जिम्मेदारी उठा रही है कि हमारी दिल्ली सरकार की एक डॉक्टर की टीम आपके घर आएगी आपको पूरी होम आइसोलेशन की ट्रेनिंग देकर जाएगी और हर रोज दिन में दो बार आपसे फोन पर बात करेगी और आपको ऑक्सीमीटर फ्री में घर पर देकर जाएंगे ताकि आप अपनी ऑक्सीजन की जांच करते रहें। अगर आपके घर में ऑक्सीजन कम हो जाएगी तो हमारी एंबुलेंस आपको घर आकर लेकर जाएगी।
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