दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता ने मंगलवार को दावा किया कि तिहाड़ जेल में उनके पति की जान खतरे में है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की राजनीति ‘‘नफरत’’ फैलाने और राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों के काम को रोकने की है। जंतर-मंतर पर ‘इंडिया’ गठबंधन रैली को संबोधित करते हुए सुनीता ने आरोप लगाया कि केजरीवाल को एक बयान के आधार पर आबकारी नीति मामले में फंसाया गया। उन्होंने कहा, ‘‘प्रवर्तन निदेशालय ने केजरीवाल को क्यों गिरफ्तार किया? यह साजिश और दबाव के कारण हुआ।’’ सुनीता ने कहा कि मार्च में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बिना किसी सबूत के एक बयान के आधार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री को जेल में डाल दिया। उन्होंने कहा कि यह सांसद मगुंटा रेड्डी का था।
सुनीत केजरीवाल ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कही ये बात
सुनीता के अनुसार रेड्डी ने अरविंद केजरीवाल से सिर्फ एक बार मुलाकात की थी। उन्हें दिल्ली में एक धर्मार्थ न्यास खोलना था। उन्होंने कहा कि वे जमीन के लिए मुख्यमंत्री से मिलने गए थे लेकिन ईडी ने इस मुलाकात को अलग ही रंग दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ईडी ने सांसद के बेटे (राघव) को जेल में डाल दिया और उसे पांच महीने तक जेल में रखा। इस बीच, उसकी मां बीमार हो गई और उसकी पत्नी ने आत्महत्या करने की कोशिश की। अब ईडी ने उससे (मगुंटा रेड्डी से) कहा कि वह अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाए कि उन्होंने उससे 100 करोड़ रुपये मांगे हैं।’’ सुनीता ने दावा किया कि एक ‘झूठा बयान’ दिया गया और उनके पति को उसके आधार पर गिरफ्तार किया गया। उन्होंने ईडी की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘ईडी ऐसा क्यों करेगी? ईडी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि यह दबाव में एक साजिश के तहत किया गया। सुनवाई अदालत ने मुख्यमंत्री को जमानत दे दी और कहा कि मुख्यमंत्री को बिना किसी सबूत के, एक बयान के आधार पर गिरफ्तार किया गया।’’
अरविंद केजरीवाल 22 सालों से हैं मधुमेह से पीड़ित
सुनीता केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने तुरंत दो कदम उठाए। ‘पहला, ईडी अपने वकील के भाई की अदालत में गई और इस जमानत पर रोक ले आई। दूसरा, सीबीआई ने इस सांसद के बयान पर मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा, ‘‘उद्देश्य मुख्यमंत्री को जेल में रखना और उन्हें बाहर न आने देना है। यह सब एक राजनीतिक साजिश के तहत किया जा रहा है।’’ सुनीता ने कहा कि केजरीवाल पिछले 22 वर्षों से मधुमेह से पीड़ित हैं, लेकिन हमें उन्हें इंसुलिन दिलाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा।’’ केजरीवाल की स्वास्थ्य स्थिति का जिक्र करते हुए सुनीता ने कहा कि उनके (केजरीवाल) हाथ में एक सेंसर बंधा हुआ है, जो उनके शर्करा के स्तर को रिकॉर्ड करता है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर रक्त शर्करा का स्तर 50 से नीचे चला जाता है, तो मरीज कांपने लगता है। जब केजरीवाल घर पर थे, तो ऐसा पांच महीने में एक बार होता था और हम उन्हें स्थिर करने के लिए कुछ मीठा देते थे। लेकिन कुछ दिन पहले हमें पता चला कि जेल में उनका शर्करा का स्तर कई बार कम हो गया है।’’
सुनीत केजरीवाल का दावा- अरविंद केजरीवाल की जान को है खतरा
सुनीता ने कहा, ‘‘मैं भगवान की शुक्रगुजार हूं कि उनके (केजरीवाल) साथ कोई अनहोनी नहीं हुई। उनकी जान को खतरा है। हाल ही में उपराज्यपाल साहब ने एक पत्र लिखकर कहा कि मुख्यमंत्री जानबूझकर कम खाना खा रहे हैं। यह कैसा मजाक है। उन्होंने यह भी कहा कि वे इंसुलिन कम ले रहे हैं। जब रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, तो इंसुलिन दिया जाता है।’’ उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की जान ‘खतरे’ में है और उनकी बीमारी को साजिश के तहत नजरअंदाज किया जा रहा है। सुनीता ने कहा, ‘‘इसके अलावा, उप राज्यपाल ने एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री पर जानबूझकर कम खाने का आरोप लगाया है। क्या मज़ाक है! इसका मतलब है कि वह कम खाकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।’’