दिल्ली में इन दिनों रिज एरिया में 1100 पेड़ों को काटने का मामला सुर्खियों में छाया हुआ है। इस बीच दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में छतरपुर के पेड़ गिराने के मामले से संबंधित फाइल के दस्तावेज प्रस्तुत किए। सचदेवा ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा 24 जनवरी 2024 को हस्ताक्षरित फाइल दस्तावेज स्पष्ट रूप से दिखाता है कि मुख्यमंत्री ने न केवल पेड़ गिराने को मंजूरी दी, बल्कि यह भी कहा कि इस मामले में उपराज्यपाल मुख्यमंत्री और कैबिनेट की सलाह का पालन करने के लिए बाध्य हैं। इस प्रकार, उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के पास मंजूरी देने से इनकार करने की कोई गुंजाइश नहीं बची।
'पूरी AAP झूठों की पार्टी के रूप में हो गई बेनकाब'
दिल्ली बीजेपी मीडिया प्रमुख श्री प्रवीण शंकर कपूर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का संचालन किया और कहा कि आज आप के मंत्री पहले दर्जे के झूठे के रूप में बेनकाब हो गए हैं। श्री विक्रम मित्तल मीडिया संबंध प्रमुख भी उपस्थित थे। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि पिछले दो सप्ताह से दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय और आप के अन्य नेता लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मीडिया में यह उठा रहे थे कि उपराज्यपाल के दबाव में डीडीए ने पेड़ गिराने की अनुमति दी।
'केजरीवाल और गोपाल राय ने की थी पेड़ गिराने की सिफारिश'
आश्चर्यजनक रूप से, दिल्ली बीजेपी द्वारा किसी प्रकार से प्राप्त दस्तावेज स्पष्ट रूप से दिखाता है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय हमेशा पेड़ गिराने के मामले के बारे में जानते थे और उन्होंने ही पेड़ गिराने की सिफारिश की थी। गोपाल राय ने 23 जनवरी को फाइल पर हस्ताक्षर किए जबकि सीएम केजरीवाल ने 24 जनवरी को हस्ताक्षर किए।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि पेड़ गिराने के मामले की सच्चाई सामने आने के साथ ही पूरी आम आदमी पार्टी झूठों की पार्टी के रूप में बेनकाब हो गई है। सचदेवा ने कहा कि मंत्री सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय और सभी अन्य मंत्री जिन्होंने उपराज्यपाल पर आरोप लगाए हैं, अब उनके पास मंत्री बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं बचा है और उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
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