नई दिल्ली. सोमवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इंडिया टीवी के कार्यक्रम 'मुख्यमंत्री सम्मेलन' में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि अभी काफी सारी चीजें खुलनी बाकी हैं, काफी सारी चीजें खोल रहे हैं। पीएम मोदी ने जो लॉकडाउन ऐलान किया था वो बिलकुल समय रहते उन्होंने कर दिया, जिसकी वजह से कोरोना की बीमारी जो विकराल रूप धारण करे वो कंट्रोल में आ गई।
उन्होंने कहा कि दो महीने का जो समय था, हमने दिल्ली में इसे अपनी तैयारी करने में इस्तेमाल किया। अस्पताल, वेंटिलेटर, पीपीई किट तैयार कर लिए। धीरे-धीरे इकोनॉमी को खोलने की दिशा में हम बढ़ रहे हैं। देखते हैं, हफ्ते दस में क्या रहता है, अगर चीजें कंट्रोल रहीं तो हम और खोलेंगे।
केजरीवाल ने आगे कहा कि लोगों ने दो महीने बहुत तपस्या की है, लोगों की तपस्या खराब नहीं जाएगी। दिल्ली में हालात सुधरेंगे। बाजार, बसें खोलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सबको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। अभी कोरोना की कोई वैक्सिन नहीं है। हमको तैयारी करनी होगी सारे नियम मानने होंगे। कोशिश रहेगी की कोरोना न फैले, अगर लोग संक्रमित हों, तो अस्पताल से ठीक होकर चले जाएं। परमानेंट लॉकडाउन इसका इलाज नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि अगर 24 मार्च को lockdown न करती तो सोचा क्या होता। हम सबने तैयारी की, अब हम तैयार हैं, अगर लॉकडाउन खोलने से केस बढ़ते हैं, तो हम तैयार हैं इसको लेकर। केजरीवाल ने कहा कि severe cases को अस्पतालों में आने की जरूरत होती है। इनमें सांस की दिक्कत होती है। लगभग दो हजार बेड की हमने तैयारी कर ली है। हम 1.5-2 हजार बेड और बढ़ाने जा रहे हैं। आज हमारे पास 3.5-4 हजार बेड मौजूद हैं।
केजरीवाल ने कहा कि हमें यह भी देखना होगा कि कितने मरीजों की अस्पताल आने की जरूरत पड़ती है। हमने ये देखा कि 10-20 फीसदी लोगों की अस्पताल आने की जरूरत पड़ती है। आज हमारे यहां 10 हजार केस हैं इनमें से सिर्फ 1.5 हजार केस अस्पतालों में हैं बाकी कोविड सेंटर्स में हैं या अपने घरों में है। आप ये मान लो कि अगर 50 हजार एक्टिव केस भी हुए तो हम निपटने के लिए तैयाह है। हम टेस्टिंग जारी रखेंगे।
लॉकडाउन में छूट देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर बस में महज 20 सवारियों की परमिशन है। अभी दुकानें odd-even के तौर पर खुलेंगी। अभी स्कूल, कॉलेज, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे नहीं खुल रहे। अभी सिर्फ बेसिक चीजें ही खुल रही हैं। उन्होंने कहा कि मेरी देश के नागरिकों से अपील है कि 60 साल के लोग घरों से न निकलें।
मौत के आंकड़े छुपाने के आरोपों पर केजरीवाल ने कहा कि ऐसे कठिन दौर में भी राजनीतिक बयानबाजी हो रही है, इसका मुझे दुख है। दिल्ली जैसे शहर में अगर कोई ये समझे की मौत का आंकड़ा छुपाया जा सकता है, तो यह गलत है। उन्होंने कहा कि हमारा रवैया यही रहा है कि हमने सभी सरकारों के साथ मिलकर काम किया है। उन्होंने कहा कि ऐसी बयानबाजी हमारे लोगों को भी नहीं करनी चाहिए।
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