MCD और विधानसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को चीनी सामानों का बहिष्कार करने का आह्वान किया। केजरीवाल ने पार्टी सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा, आज मैं इस मंच से भारत के लोगों से चीनी सामानों का बहिष्कार शुरू करने की अपील करता हूं। मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि वह थोड़ी हिम्मत दिखाए और अपने देश के सैनिकों का सम्मान करना सीखें।
केंद्र सरकार चीन को उसकी आक्रामकता के लिए पुरस्कृत कर रही
सीएम ने कहा- चीनी आक्रामकता बढ़ रही है, सीमा पर तनाव बढ़ रहा है, भाजपा सरकार का उद्देश्य यह कहानी बनाना है कि सब कुछ ठीक है। केंद्र सरकार चीन को दंडित करने के बजाय उन्हें पुरस्कृत कर रही है। केजरीवाल ने भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र पर तंज कसते हुए दावा किया कि केंद्र सरकार चीन को उसकी आक्रामकता के लिए पुरस्कृत कर रही है जबकि सैनिक बहादुरी से लड़ रहे हैं।
चीन से आयात बंद होने चाहिए
केजरीवाल ने इस अवसर पर पूछा- 2020-21 में हमने चीन से 65 बिलियन डॉलर का सामान आयात किया। अगले साल यह बढ़कर 95 बिलियन डॉलर हो गया। हमें भारत की विनिर्माण क्षमताओं को मजबूत करने की आवश्यकता है। हम चीन से चप्पल, चश्मा और कपड़े आयात कर रहे हैं। क्या ये चीजें भारत में नहीं बन सकतीं? जिस दिन हम चीन को आंख दिखाने लगे और इतनी बड़ी 95 अरब डॉलर की रकम का आयात बंद कर देंगे, चीन सबक सीख लेगा। दिल्ली के सीएम ने कहा कि हम चीन से जो 90 फीसदी सामान आयात कर रहे हैं, ये सभी सामान भारत में बन सकते हैं। इन दिनों कुछ चीजें परेशान कर रही हैं। सीमा पर चीनी आक्रामकता बढ़ रही है, हमारे जवान सीमाओं पर बहादुरी से लड़ रहे हैं। लेकिन समस्या यह है कि हम चीन को उसकी आक्रामकता का इनाम देते दिख रहे हैं।