नई दिल्ली. देश की राजधानी नई दिल्ली में कोरोना संक्रमण लगातार तेज गति से फैलता जा रहा है, जिस वजह से अस्पतालों में बुरा हाल है। कई मरीजों और उनके परिजनों ने अस्पताल प्रबंधनों पर आरोप लगाया है कि उन्हें देखने के लिए डॉक्टर नहीं आ रहे हैं। हालांकि इस आरोप पर जवाब दिया दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने। उन्होंने कहा कि डॉक्टर पीपीई किट में डाक्टर जाते हैं और उनकी पहचान नहीं होती, अटेंडेंट या रोगी को लगता है कि यह कोई जनरल कर्मचारी होगा।
मनीष सिसोदिया ने डिजिटल माध्यम से पीसी करते हुए लोगों से कहा कि जिस अस्पताल में बेड हैं उसी में जाएं। इधर उधर न भागें, अन्यथा लाइने लगेंगी और अस्पताल पर भी दबाव बढ़ता है। अगर कोई अस्पताल अपने बेड्स की गलत जानकारी देगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने लोगों से कहा कि पैनिक न करें, कोविड के समय में सारे डॉक्टर बहुत मेहनत कर रहे हैं, अपनी जान पर खेलकर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, " मैं जब अस्पताल जाता हूं तो अटेंडेंट कहते हैं कि कई दिनों से डॉक्टर ने नहीं देखा, कई रोगियों ने भी कहा, लेकिन डॉक्टर पीपीई किट में डाक्टर जाते हैं और उनकी पहचान नहीं होती, अटेंडेंट या रोगी को लगता है कि यह कोई जनरल कर्मचारी होगा। अभी डॉक्टर आ रहे हैं राऊंड भे ले रहे हैं लेकिन पीपीई किट में होने की वजह से पता नहीं चल पा रहा है कि डॉक्टर था या नहीं।"
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार ने बेड्स की संख्या को 6000 से बढ़ाकर 19000 कर दिया है। अगले हफ्ते 2700 अतिरिक्त बेड्स और जुड़ने जा रहे हैं।