नई दिल्लीः दिल्ली में बुधवार को वायु प्रदूषण और बढ़ चुका है। जहरीली हवा ने पूरी दिल्ली को ढक लिया है। दिल्ली अब पूरी तरह से गैस चैम्बर में तब्दील हो चुकी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार चला गया है। बुधवार सुबह जहांगीरपुरी में 414, आनंद विहार में 403 और नजफगढ़ में 400 एक्यूआई दर्ज किया गया। 400 या उससे ज्यादा एक्यूआई को गंभीर श्रेणी में रखा गया है। यानी दिल्ली के कई इलाकों में वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। इसके साथ ही दिल्ली के ज्यादा इलाकों में एक्यूआई 300 पार हो चुका है। कई जगहों पर एक्यूआई 350 के ऊपर दर्ज किया जा रहा है।
दिल्ली में छाई धुंध की मोटी चादर
दिल्ली में आज सुबह भी धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली का ओवरआल एयर क्वालिटी इंडेक्स 349 दर्ज किया गया। जबकि यह मंगलवार को 318 पर था। जबकि सोमवार को यह 310 पर था। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
दिल्ली-एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स
- आनंद विहार- 403
- अशोक विहार- 358
- बवाना- 388
- द्वारका- 360
- जहांगीरपुरी- 414
- अलीपुर- 366
- मंदिर मार्ग-348
- मुंडका- 370
- नजफगढ़- 400
- नरेला- 354
- ओखला- 340
- पंजाबी बाग- 364
- आरके पुरम- 347
- शादीपुर- 318
- सोनिया विहार- 383
- गाजीपुर- 381
- नोएडा-297
- गुरुग्राम-252
- गाजियाबाद-371
दिल्ली में अब मेट्रो और बसें अधिक फेरे लगाएंगी
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अलग-अलग जगहों पर पानी का छिड़काव करने के लिए 6000 कर्मियों की संख्या बढ़ाई है। मेट्रो आज से 40 अधिक फेरे लगाएगी। डीटीसी की बस ही अब अधिक चलेंगी। दिल्ली सरकार ने पड़ोसी राज्यों से भी चिट्ठी लिखकर अपील की है कि ग्रेप के नियमों को एनसीआर में लागू किया जाए।
दिल्ली में मंगलवार को भी था बुरा हाल
इससे पहले दिल्ली में मंगलवार को सुबह धुंध की मोटी चादर छाई रही और शहर की वायु गुणवत्ता और गिरकर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई। मुंडका, बवाना, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, आनंद विहार, अलीपुर, अशोक विहार, आया नगर, बुराड़ी, द्वारका, मंदिर मार्ग समेत कई इलाकों में वायु गुणवत्ता गिरकर बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की जा रही है।
बता दें कि एक्यूआई को शून्य से 50 के बीच अच्छा , 51 से 100 के बीच संतोषजनक , 101 से 200 के बीच मध्यम , 201 से 300 के बीच खराब , 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।
रिपोर्ट- अनामिका गौड़